कानपुर (ब्यूरो)। पुलिस भर्ती परीक्षा के पहले दिन फ्राइडे को सख्ती के चलते 29 परसेंट कैंडिडेट्स ने एग्जाम छोड़ दिया। एग्जाम हॉल में पहुंचने से पहले कैंडिडेट्स को थ्री लेयर चेकिंग से गुजरना पड़ा। गल्र्स का जूड़ा तक खुलवा दिया गया। जबकि ब्वॉयज को जूते-चप्पल सेंटर के बाहर ही उतराने के बाद एंट्री मिली। पहले दिन दोनों पालियों में 51600 लोगों को परीक्षा देनी थी। पहली पाली में 18175 तो दूसरी पाली में 18514 कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया। जबकि 14911 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। उधर, डीएवी कॉलेज में अपनी उम्र कम अंकित कर परीक्षा देने आया जमुना पार थानाक्षेत्र के अलीपुर का रहने वाला योगेश कुमार सारस्वत को चेकिंग के दौरान पकड़ लिया गया। कोतवाली में उसके खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक उसने एक मार्कशीट में अपना नाम योगेश कुमार सारस्वत और पिता का नाम योगेंद्र कुमार सारस्वत दिखाया। जबकि दूसरी मार्कशीट में अपना नाम कम उम्र के साथ योगेश सारस्वत और पिता का नाम योगेंद्र कुमार सारस्वत बताया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
69 सेंटर्स पर एग्जाम
फ्राइडे सुबह सिपाही भर्ती परीक्षा शुरू हो गई, हालांकि कानपुर में देर रात से ही हजारों की संख्या में अभ्यर्थी आ चुके थे। रेलवे स्टेशन, सब अड्डे, धर्मशाला और अपनी सुविधा के मुताबिक दूसरे प्रदेशों से आने वाले अभ्यर्थी कानपुर पहुंच गए थे। सुबह से ही ई रिक्शा, ऑटो और पब्लिक व्हीकल्स के अलावा निजी वाहनों से भी अभ्यर्थी अपने सेंटर्स पर पहुंचने लगे। एग्जाम के एक घंटे पहले ही प्रश्नपत्र सेंटर्स पर पहुंचे थे। सुबह से ही पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार, एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर, डीएम राकेश कुमार सिंह, डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार, डीसीपी ईस्ट एसके सिंह, डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह, डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी, एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार, एडीसीपी वेस्ट विजयेंद्र द्विवेदी, एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा और एडीसीपी ईस्ट लखन लगातार सेंटर्स पर मूवमेंट करते दिखाई दिए।
सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी
एक-एक अभ्यर्थी को त्रिस्तरीय सिक्योरिटी से गुजरना पड़ा। पहले कमिश्नरेट पुलिस, फिर एलआईयू और अंत में बॉयोमेट्रिक चेकिंग की गई। परीक्षा केंद्र पर सख्ती के बीच परीक्षार्थियों ने एग्जाम दिया है। एग्जाम सेंटर से बाहर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर आसान आया था। सेंटर पर एंट्री से परीक्षार्थियों के जूते-चप्पल उतरवाए गए। लड़कियों का जूड़ा खुलवाया गया। परीक्षा केंद्र से 100 मीटर के दायरे की सभी दुकानें बंद दिखाई दीं। शहर में कुछ दिन के लिए कोचिंग बंद कर दी गई हैैं। वहीं किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स लेकर इंट्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध था। पुलिस भर्ती परीक्षा देने आए कुछ अभ्यर्थियों के पास उनका एडमिट कार्ड खो गया था। ऐसे में उन्हें एडमिट कार्ड निकालने के लिए इंटरनेट कैफे तक जाना पड़ रहा था, लेकिन आसपास कैफे संचालक और फोटो कॉपी की दुकानों को बंद कर दिया गया था। ऐसे में परीक्षार्थियों को दिक्कत ना हो तो पुलिस ने उनकी मदद की और थाने में जाकर वहां से उनका एडमिट कार्ड निकाला गया।
मोबाइल और बैग कराए सुरक्षित
परीक्षार्थियों को अपना बैग मोबाइल रखने के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े इसके लिए हर केंद्र के बाहर पुलिस की तरफ से ऐसी व्यवस्था कराई गई थी ताकि परीक्षार्थी अपना बैग जमा करें और टोकन नंबर ले ले। इसके बाद जब परीक्षा खत्म होगी तो उन्हें उसी टोकन नंबर के आधार पर उनके बाग वापस दे दिए जाएंगे। जिस किसी लडक़े के बड़े-बड़े बाल थे, ऐसे लोगों की भी तलाशी ली गई और उनके बालों के अंदर तक देखा गया इसके अलावा जूते और मोजे उतार करके हर परीक्षार्थियों की चेकिंग हुई। किसी भी परीक्षार्थियों को बेल्ट तक पहनकर अंदर नहीं जाने दिया गया।
इतनी सुरक्षा बलों के बीच हुई परीक्षा
परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 69 स्टेटिक और 69 सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रत्येक परीक्षा केंद्र में तैनात किए गए हैं। किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने पर तत्काल रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए गए थे। सेंटर्स के आस पास बने कंट्रोल रूम से पुलिस अधिकारी नजर रखे थे। ड्रोन से आस पास के इलाके की निगरानी की गई। परीक्षा के दौरान सिर्फ काला और नीला बॉल पेन ले जाने दिया गया। हाथ में कलावा और विवाहित महिलाओं को मंगलसूत्र की छूट दी गई थी। प्रत्येक 24 अभ्यथी पर एक कैमरा लगाया गया था।
हर सेंटर पर मौजूद रहे एलआईयू कर्मी
बायोमेट्रिक, आयरिश समेत कैंडिडेट के वैरिफिकेशन के स्टेप आदि के संबंध में सेंटर्स पर मजिस्ट्रेट ने केंद्र प्रभारी संग व्यवस्थाओं को मजबूत किया है। हर हाल में सभी परीक्षार्थियों को समय से पेपर उपलब्ध कराया गया। हर सेंटर पर एलआईयू को भी तैनात रही। इस बात पर भी जोर दिया जा रहा है कि कोई अभ्यर्थी शैडो में न बैठे।