कानपुर (ब्यूरो)। लोक अदालत में सुलह-समझौते के आधार पर 2,11,145 मुकदमों का निस्तारण किया गया। 20.20 करोड़ रुपये हर्जाना और जुर्माना लगाया गया। जिला जज और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष प्रदीप कुमार ङ्क्षसह ने सैटरडे को कोर्ट परिसर में दीप प्रज्वलित कर लोक अदालत का शुभारंभ किया।
लोक अदालत में आपराधिक शमनीय वाद, वैवाहिक वाद, सिविल वाद, मोटर-दुर्घटना वाद, राजस्व वाद, बैंक व बीमा कंपनियों के लंबित वादों का डिस्पोजल सुलह-समझौते के आधार पर किया गया.पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण ने 122, प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय ने 24, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 27,960, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट ने.2,263 वादों का निस्तारण किया।
14.65 करोड़ रुपये हर्जाना और जुर्माना लगाया। बैंकों और टेलीकाम कंपनियों के 805 वादों का निस्तारण कर पांच करोड़ 55 लाख 27 हजार 964 रुपये वसूले। एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिसर्स ने 1.52 लाख से अधिक वादों का डिस्पोजल किया। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय प्रमोद कुमार, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण (दक्षिणी) महेन्द्र नाथ, ऱाष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी विनय ङ्क्षसह, अपर जिला जज /सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शुभी गुप्ता मौजूद रहीं।