कानपुर (ब्यूरो)। इनोवेशन की फील्ड में सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के इनोवेनशन फाउंडेशन ने बड़ी छलांग लगा दी है। आईआईटी कानपुर के बाद सीएसजेएमयू सिटी का दूसरा ऐसा संस्थान बन गया है जिसने सर्वाधिक पेटेंट फाइल किए हैं। अप्रैल महीने से अब तक फाउंडेशन की ओर से 150 पेटेंट आवेदन किए गए हैं। जिसमें से दो आवेदनों को स्वीकृति भी मिल गई है। वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक के निर्देश पर पेटेंट आवेदन के लिए सलाहकार कंपनी जेटी अटार्नी एलायंस के साथ एमओयू किया गया है।
स्पेशल वर्कशॉप का आयोजन
यूनिवर्सिटी इनोवेशन फाउंडेशन की डीन डॉ। शिल्पा कायस्था के अनुसार पेटेंट हासिल करने के लिए फाउंडेशन की ओर से स्पेशल वर्कशॉप का लगातार आयोजन किया जा रहा है। अप्रैल में पहली पेटेंट वर्कशॉप कराई गई। फ्राइडे को चौथी वर्कशॉप में 40 नए पेटेंट आवेदन प्रस्ताव मिले हैं। इससे पहले 150 पेटेंट आवेदन किए जा चुके हैं जिनमें से दो डिजाइन पेटेंट मिल भी चुके हैं। इनोवेशन की पहली शर्त पेटेंट हासिल करना होता है। बगैर पेटेंट मिले इनोवेशन को स्टार्टअप में बदल पाना मुश्किल है। इसको ध्यान में रखकर यूनिवर्सिटी इनोवेशन फाउंडेशन ने पेटेंट आवेदन पर जोर दिया है।
यूनिवर्सिटी कैंपस के स्टूडेंट्स आगे
डॉ। शिल्पा कायस्था ने बताया कि अभी तक कुल आवेदन में केवल चार आवेदन ही शहर के कॉलेजों से हैं। यूनिवर्सिटी कैम्पस के स्टूडेंट्स और टीचर्स की ओर से सर्वाधिक आवेदन हुए हैं। सभी पेटेंट आवेदन की फीस यूनिवर्सिटी ने वहन की है। पेटेंट आवेदन में कॉलेजों की सहभागिता बढ़ाने के लिए वीसी ने निर्देश दिए हैं। फ्राईडे की वर्कशॉप में निदेशक महाविद्यालय विकास परिषद प्रो। राजेश कुमार द्विवेदी , फाउंडेशन के सीईओ विवेक और विभिन्न विभागों के टीचर और रिसर्च स्कॉलर शामिल हुए। बौद्धिक संपदा अधिकार विशेषज्ञ के तौर पर दो पेटेंट अटार्नी तुषार श्रीवास्तव व जिग्नेश मुंगलपारा शामिल हुए।