- लॉकडाउन में तेजी से चल रहा मेट्रो का काम, मेट्रो के पॉलिटेक्निक डिपो में बिछाए जाने लगे रेल ट्रैक
-इस डिपो से होगा आईआईटी से नौबस्ता तक मेट्रो का संचालन, कंट्रोल रूम रखेगा 23 किमी रूट पर नजर
KANPUR: लॉकडाउन में मेट्रो वर्क पूरी स्पीड से चल रहा है। प्रॉयरिटी सेक्शन पर स्टेशनों के निर्माण के साथ पॉलीटेक्निक डिपो में रेल ट्रैक बिछने लगा है। इस डिपो से मेट्रो के पहले रूट आईआईटी से नौबस्ता तक मेट्रो का संचालन होगा। यह डिपो 23 किमी लंबे रूट पर नजर रखेगा। आईआईटी से नौबस्ता के बीच बनाए जा रहे कॉरिडोर पर मेट्रो ट्रेनों के ऑपरेशन एंड कंट्रोल और ट्रेनों के मेंटिनेंस के लिए राजकीय पॉलिटेक्निक परिसर में मेट्रो डिपो बन रहा है।
हो रहा है फििनशिंग वर्क
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन(यूपीएमआरसी) के मैनेजिंग डायरेक्टर कुमार केशव के मुताबिक डिपो के अंदर प्रशासनिक भवन और वर्कशॉप का ढांचा तैयार हो गया है। अब ट्रैक बिछाने आदि का काम चल रहा है। इस प्रशासनिक भवन में ही मेट्रो परिचालन के नियंत्रण के लिए कंट्रोल सेंटर बनेगा। यहां अभी फिनि¨शग का काम चल रहा है। इसमें फ्रेम ग्लास लगाने का काम हो रहा है।
एंट्री और एक्जिट के लिए रैंप
ट्रेनों के डिपो में एंट्री और एक्जिट के लिए 90 मीटर लंबे रैंप का निर्माण पूरा हो चुका है। इस रैंप पर अपलाइन और डाउनलाइन दोनों ही के लिए ट्रैक बिछाए जाएंगे। वर्कशॉप एरिया में प्री-इंजीनियर्ड बि¨ल्डग (पीईबी) लगाने का काम पूरा हो चुका है। पीईबी के ऊपर कंपोजिट इन्सुलेटेड पैनल्स लगाने का काम चल रहा है। वर्कशॉप को गर्म होने से बचाने के लिए ये खास शीट लगाई जा रही हैं, जो वर्कशॉप के अंदर टेम्परेचर को सामान्य बनाए रखने के साथ बारिश में गिर रही बूंदों की आवाज को कम करती है। डिपो में ड्रेनेज का काम पूरा हो गया है।
नवंबर में होना है ट्रायल
कानपुर मेट्रो प्रोजेक्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीधी नजर है। वो कानपुराइट्स से साल के अंत में मेट्रो में सफर कराने का वादा कर चुके हैं। प्रायरिटी सेक्शन आईआईटी से मोतीझील तक करीब 9 किमी के रूट पर नवंबर में मेट्रो का ट्रायल भी होना है। इस पर काम भी तेजी से चल रहा है। पाइलिंग का काम पूरा हो चुका है। गर्डर रखे रखे जा रहे हैं। कई स्टेशनों का काम भी पूरा कर लिया गया है। इस रूट पर चार कोच की मेट्रो दौड़ेगी। कोच के टेंडर भी किए जा चुके हैं। गुजरात में कोच तैयार किए जा रहे हैं।
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-23 किमी लंबे रूट पर कंट्रोल सेंटर से रखी जाएगी नजर
-90 मीटर लंबा रैंप एंट्री और एग्जिट के लिए बनाया गया
-9 किमी लंबा है प्रायरिटी सेक्शन आईआईटी से मोतीझील तक
-4 कोच की मेट्रो दौड़ेगी, कोच के लिए किया जा चुके टेंडर