कानपुर (ब्यूरो)। जीएसवीएम मेडिकल कालेज में जल्द ही पेशेंट को सुपर स्पेशल चेकअप के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। हैलट हॉस्पिटल इमरजेंसी के सामने बनने वाले डायग्नोस्टिक हब में एमआरआई, सीटी स्कैन, डिजिटल एक्सरे, कलर डाप्लर, इकोकार्डियोग्राफी, पीएफटी, पैथोलाजी, नर्व कंडक्शन स्टडी, ईईजी सहित सुपर स्पेशल चेकअप की सभी अत्याधुनिक मशीनों को लगाया जाएगा। सैटरडे को पावरग्रिड और मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने डायग्नोस्टिक हब में लगने वाले उपकरण के लिए उचित स्थान का चिन्हीकरण किया। जल्द ही हब के लिए शासन से जांच उपकरण आएंगे।
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प्राइवेट सेंटर नहीं जाना पड़ेगा

जीएसवीएम के प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने बताया कि डायग्नोस्टिक हब विकसित हो जाने से प्राइवेट सेंटरों पर पेशेंट की निर्भरता पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। हॉस्पिटल परिसर में ही पेशेंट को हर प्रकार की जांच सुविधा मिलेगी। हैलट हॉस्पिटल में शहर के साथ आस-पास सिटीज से डेली तीन से चार हजार पेशेंट इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में जांच के नाम पर पेशेंट से प्राइवेट सेंटर मनमानी रकम वसूलते हैं। वहीं, परिसर में संचालित सिटी स्कैन और एमआरआई सेंटर भी एक से दो सप्ताह की वेङ्क्षटग पेशेंट की स्थिति को बिगाड़ देती है। इससे राहत के लिए हैलट परिसर में डायग्नोस्टिक हब बनाने का निर्णय लिया गया था। जो जल्द ही धरातल पर आता दिख रहा है। प्रिंसिपल ने कहा कि इसे इमरजेंसी के पास ही बनाया जाएगा।