कानपुर (ब्यूरो)। साउथ सिटी के हनुमंत विहार इलाके में घर के अंदर ही युवक का खून से लथपथ शव मिला। देर रात हुई वारदात के समय घरवाले सो रहे थे। सुबह उठे तो बेटे का खून से लथपथ शव देखकर पुलिस को जानकारी दी। डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार, एडीसीपी अंकिता शर्मा थाना पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस का कहना है कि मकान के विवाद में हत्या को अंजाम दिया गया है। पड़ताल के दौरान पुलिस के स्निफर डॉग जिस अलमारी में रखे कपड़ों तक पहुंचा वह मृतक के भाइयों और पिता की है। वहीं युवक की पत्नी ने भी पिता( ससुर) औरभाइयों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने संदेह के आधार पर मृतक के भाइयों और पिता को हिरासत में लेकर केमिकल जांच की है। इन फाइंडिंग्स को सेफ रखकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
स्निफर डॉग ने किया इशारा
हनुमंत विहार स्थित आशा नगर निवासी सुभाष विश्वकर्मा 45 साल के बेटे राकेश और उसके परिवार के साथ रहते थे। पुलिस ने बताया कि राकेश की पत्नी नंद कुमारी अपने मायके गई हुई थी। इस दौरान राकेश और उनके पिता सुभाष घर पर अकेले थे। बुधवार रात को पिता पुत्र छत पर सो रहे थे। इस दौरान बारिश होने पर राकेश नीचे कमरे में आकर सो गए। सुबह जब उनके पिता सोकर नीचे उतरे तो कमरे बेटे का खून से लथपथ शव देखा। इसके बाद उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस और मायके गई बहू नंद कुमारी को दी। पुलिस के साथ फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से इविडेंस कलेक्ट किए। फील्ड यूनिट का स्निफर डॉग घटनास्थल से मिली स्मेल के आधार पर इधर उधर भटकने के बाद घर के अंदर ही मौजूद रहा।
दरवाजा अंदर से बंद था
राकेश की हत्या किसने की? अब तक की जांच में जो इविडेंस मिले हैैं, वे परिवार के लोगों की तरफ ही इशारा कर रहे हैैं। जब सुबह सुभाष छत से नीचे उतर कर आए तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस का मानना है कि न तो कोई बाहर का व्यक्ति अंदर आया और न ही अंदर का व्यक्ति बाहर गया। स्निफर डॉग भी घर में रखी उस अल्मारी तक पहुंचा, जहां दोनों भाइयों और पिता के कपड़े रखे थे। पत्नी के मुताबिक पिता और बेटे के बीच विवाद हुआ था, जिसकी वजह से वह मायके चली गई थी। इस विवाद में दोनों देवरों ने भी पिता का ही साथ दिया था। पिता दोनों भाइयों के साथ रहना चाहते थे जबकि राकेश इसका विरोध कर रहा था। पत्नी नंद कुमारी ने पुलिस को बताया कि ससुर और दो देवर नीरज और सुमित उनके पति की हत्या की धमकी दे चुके थे।
10 से 12 घंटे पहले वारदात
फॉरेंसिक फाइंडिंग्स के मुताबिक घटनास्थल से खून को साफ किया गया है, जिसका साफ मतलब है कि जिसने भी वारदात को अंजाम दिया है, उसने घटनास्थल से भी छेड़छाड़ की है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का भी बारीकी से निरीक्षण कर उसे सील कर दिया है। डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि सुबह 6:45 पर पीआरवी को सुभाष ने जानकारी दी कि जब वे 6:15 पर छत से नीचे उतर कर आए तो उनके बेटे का शव पलंग पर पड़ा था। डीसीपी ने बताया कि मृतक के पिता की सूचना पर पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल की गई।
जिसमें पता चला कि मृतक को दो भाई प्रापर्टी में हिस्सा मांग रहे थे लेकिन मृतक देना नहीं चाहता था। दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात कि वारदात को 10 से 12 घंटे अंजाम दिया गया। डीसीपी का कहना है कि पुलिस सुबह सात बजे पहुंची, इस हिसाब से शाम सात बजे से नौ बजे के बीच हत्या को अंजाम दिया गया। गेट के अंदर कोई फांद कर आ नहीं सकता, आस पास की छत से उतरने के कोई फुट प्रिंट नहीं मिले हैैं। लिहाजा कातिल घर के अंदर ही है।
इसलिए हत्या का राज घर के अंदर?
- घर के अंदर इतनी जघन्य वारदात हो गई, किसी को इस बारे में पता क्यों नहीं चला
-जांच के दौरान स्निफर डॉग उस अल्मारी तक पहुंचा जहां पिता और भाइयों के कपड़े रखे हुए थे
-स्निफर डॉग स्मेल के बाद इधर उधर भटकने के बाद भी घर के अंदर ही मौजूद रहा
- घटनास्थल से खून को साफ करने का किया प्रयास, फोरेंसिक टीम को इसके सबूत मिले हैं
-पुलिस के मुताबिक, वारदात रात 9 बजे के आसपास हुई, फिर भी सूचना सुबह क्यों दी गई
- पुलिस का मानना है कि न तो कोई बाहर का व्यक्ति अंदर आया और न ही अंदर का व्यक्ति बाहर
- गेट से फांद कर कोई घर के अंदर नहीं सकता, आस पास की छत से उतरने के भी फुट प्रिंट नहीं मिले