कानपुर (ब्यूरो)। कोतवाली थाना क्षेत्र के बाबा घाट में तीन दोस्तों के गंगा में डूबने के मामले में संडे को नया मोड़ आ गया। मृतक के पिता बीजेपी नेता ने कोतवाली थाने में तहरीर देते हुए हत्या का आरोप लगाया है। इसके साथ ही पुलिस को सबूत के तौर पर कुछ सीसीटीवी फुटेज भी सौंपे है। आरोप है कि चौथे साथी राजवीर सिंह ने किसी साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया है। इसके बाद एक्टिव हुई पुलिस ने राजवीर से सख्ती से पूछताछ के बाद मैस्कर घाट से तीनों मृतक दोस्तों के मोबाइल, जला हुआ बैग और सिम बरामद किया है।
सीसीटीवी फुटेज से संदेह के घेरे
कैंट में रहने वाली पार्षद प्रस्तावना तिवारी और उनके पति बीजेपी नेता सुमित तिवारी का बेटा प्रखर तिवारी उर्फ प्रेम उसके साथ दोस्त आदर्श सिंह उर्फ रौनक और आयुष्मान दुबे उर्फ कृष्णा तीनों की बाबा घाट पर डूबने से मौत हो गई थी। बीजेपी नेता सुमित तिवारी ने रविवार को कोतवाली थाने में तहरीर दी। इसके साथ ही पुलिस को सीसीटीवी फुटेज सौंपा तो पूरी कहानी ही घूम गई। सुमित ने बताया कि उन्होंने खुद मामले की जांच की और बाबा घाट पर लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो चौंकाने वाला सच सामने आया।
चारों एक साथ जाते दिखे
चारों दोस्त घाट पर एक साथ जाते दिखे, लेकिन डूबने के बाद राजवीर ने किसी को कोई सूचना नहीं दी। इतना ही नहीं तीनों के मोबाइल, हेलमेट, रुपए और प्रखर का पिट्ठू बैग लेकर भाग निकला। इतना ही नहीं उसके साथ एक युवती भी आगे-आगे जाते हुए देखी गई है। जो भगवा गमछा ओढ़े हुए हैं। आगे जाकर दोनों बात करते हैं और तीन लोगों के डूबने की किसी को कोई जानकारी नहीं देते और अपने घर निकल जाते हैं।
सुबह बैग जलाने की जानकारी
देर रात डूबने की जानकारी मिलने के बाद परिवार के लोग घाट पहुंचे तब पता चला कि तीनों के साथ एक और युवक था। जो हादसे के बाद मौके से भाग निकला था। पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर राजवीर को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ के बाद मैस्कर घाट से तीनों के मोबाइल, जला हुआ बैग और पुलिया के नीचे छिपाए गए सभी सिमकार्ड बरामद कर लिए हैं। घाट पर मौजूद लोगों ने बताया कि यह बैग यहां पर आए कुछ लोगों ने सुबह जलाया है। जले हुए बैग की पार्षद पति ने अपने बेटे के बैग के रूप में पहचान की है। पुलिस राजवीर से पूछताछ करने के साथ ही पूरे घटनाक्रम से जुड़े सीसीटीवी खंगालने शुरू कर दिए हैं।
कोतवाली पुलिस ने शुरू की जांच
डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि पार्षद के आरोप के आधार पर मामले की जांच शुरू की गई है। प्राथमिक पूछताछ के बाद संदिग्ध आरोपी व मृतकों का दोस्त राजवीर के पास से तीनों के मोबाइल बरामद हुए हैं। मौत के बाद राजवीर ने तीनों के मोबाइल मैस्कर घाट के जंगल में छिपा दिया था। शातिर ने सिम कार्ड भी अलग निकालकर पुलिया के नीचे छिपाया हुआ था। सुबह ही पार्षद के बेटे का बैग जंगल में जलाया गया है। इन सभी तथ्यों पर पुलिस की टीम जांच कर रही है। जल्द हकीकत सामने आ जाएगी।