आईपीएल में रोजाना लग रहे लाखों के दांव, पुलिस की सरपरस्ती में कानपुर बन रहा सट्टा सिटी

-अब तक एक करोड़ रुपए से ज्यादा सट्टे की रकम हो चुकी है बरामद, करीब दो दर्जन सटोरियों को गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस

-पुलिस की ढिलाई के चलते बेल पर छूटकर फिर काम पर लग जाते हैं सटोरिए, कई मामलों में स्थानीय पुलिस की भूमिका संदिग्ध

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Kanpur: कभी पूरी दुनिया में अपनी इंडस्ट्रीज के कारण पूरब का मैनेचेस्टर के रूप में फेमस रहा कानपुर की पहचान समय के साथ बदलती रही है। कभी लेदर इंडस्ट्री ने कानपुर का रुतबा बनाया तो कभी पॉल्यूशन के कलंक ने शहर को बदनाम किया। फिलहाल कानपुर सट्टा सिटी के रूप में बदनामी की कहानी लिख रहा है। यूं तो जुआ पूरे साल शहर के कई इलाकों में चलता है लेकिन आईपीएल शुरू होते ही शहर में सटोरिए अपना तगड़ा जाल बिछा देते हैं। हाईटेक होते जमाने के साथ सटोरियों ने भी अपने काले कारोबार का तरीका भी बदल दिया। अब सटोरिए और बुकी पूरी तरह ऑनलाइन सट्टेबाजी कर रहे हैं। बीते दिनों शातिर सट्टा किंग सोनू सरदार की गिरफ्तारी जिला पुलिस ने कर ली लेकिन महज दो घंटे में उसे जमानत मिल गई। हालांकि सोनू की जयपुर पुलिस ने करोड़ों की संपत्ति जब्त कर ली।

टेलीग्राम और वाट्सएप पर सट्टा

शहर में पुलिस के सख्त पहरे और एक्शन के बावजूद रोजाना आईपीएल पर लाखों रुपये का सट्टा लगाया जा रहा है। सट्टा खेलने वाले की जेब भले ही खाली हो रही हो लेकिन दावं लगवाने वाले बुकी मालामाल हो रहे हैं। सोर्सेज की मानें तो स्थानीय थाना और चौकी की सरपरस्ती में सट्टेबाजी का खेल चल रहा है। बीते दिनों फजलगंज पुलिस ने गड़रियन पुरवा में छापेमारी कर हाईटेक बुकी को गिरफ्तार किया था। जिसके कब्जे से पुलिस ने एक लाख 68 हजार रुपये, दो मोबाइल फोन और एक रजिस्टर बरामद किया है। पुलिस ने पकड़े गए बुकी के फोन के आधार पर शहर और शहर के बाहर रहने वाले सटोरियों पर शिकंजा कस दिया है।

3/4 गैंबलिंग एक्ट में कार्रवाई

बीते दिन देर शाम एसपी वेस्ट और एसपी साउथ की टीम ने मसवानपुर में छापेमारी की। इस दौरान 11 लाख रुपये बरामद हुआ। 6 सटोरियों से सट्टा पर्ची भी बरामद की गईं। यहां मिले रजिस्टर को पुलिस ने अपने कब्जे में कर लिया है। इस रजिस्टर में शहर के तमाम नामचीन लोगों के नाम हैं। जिस घर में सट्टा खेला जा रहा था, उसके मालिक रामा यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक रामा यादव तीन लाख रुपये प्रतिदिन कमा रहा था। साथ ही वह सट्टा खेलने वालों को सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी देता था। रामा को पहले भी जुआ खिलवाने में नाल वसूलने में पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

3/4 गैंबलिंग एक्ट में की गइर् कार्रवाई

बंद कमरे में धन कमाने के लिए नाल पर कराए जुआ कराने पर जुआ अधिनियम की धारा 3/4 लगाई जाती है। इसमें सात साल से कम की सजा है, लेकिन सेशन ट्रायल केस होने के कारण जुआ अधिनियम में पुलिस थाने से जमानत नहीं देती है। यही कारण रहा कि हाई प्रोफाइल जुआरियों को भी थाने से नहीं छोड़ा जा सका।

खाकी की सरपरस्ती में सट्टा कारोबार

किसी भी इलाके में क्राइम को कंट्रोल करने की जिम्मेदारी चौकी इंचार्ज की होती है। उसके बाद थानेदार और सीओ। सीओ सुपरवाइजरी अधिकारी होता है। इसके बाद इलाके के एसपी। रामा यादव के मामले में एसपी वेस्ट और एसपी साउथ ने थाना और चौकी पुलिस को बाईपास कर रेड डाली। दो आईपीएस अधिकारियों की इस कार्रवाई ने थाना और चौकी पुलिस को संदेह के घेरे में खड़ा कर दिया है। इस पूरे मामले में एसपी वेस्ट डॉ। अनिल कुमार शर्मा को भी थाना और चौकी पुलिस की भूमिका संदिग्ध लगी है। इसी वजह से चौकी प्रभारी और थाने की पुलिस के साथ ही गश्त करने वाले सिपाहियों के खिलाफ जांच के आदेश एसपी वेस्ट ने दिए हैं।

आई नेक्स्ट के सवाल

- आखिर चौकी इंचार्ज और थाना प्रभारी ने रेड क्यों नहीं की? जिसके चलते एसपी की टीम ने रेड की

- आईपीएस अधिकारियों ने थाना पुलिस को रेड से दूर क्यो रखा?

- सवाल ये उठता है कि क्या थाना और चौकी पुलिस भी इस काले कारोबार में मिली है?

- सबसे अहम सवाल क्या पुलिस की लिखापढ़ी से सटोरिये छूट रहे हैं या कोई और वजह है?

28 दिन में साढ़े पांच करोड़ बरामद

- आईपीएल, दूसरे देशों में चुनाव समेत सेंसेक्स पर सट्टा लगवाने वाला सोनू सरदार जयपुर से गिरफ्तार। साढ़े चार करोड़ की संपत्ति जब्त।

- काकादेव पांडुनगर के सट्टा माफिया रंजीत उर्फ ¨रकू को नौबस्ता से गिरफ्तार किया गया।

- बर्रा पुलिस ने सट्टेबाज धर्मेद्र पासवान और मोहन लाल को 2.05 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया।

- ग्वालटोली पुलिस ने तीन शातिर सटोरियों को गिरफ्तार कर 29.05 लाख रुपये बरामद किए।

- आईपीएल पर सट्टा लगाने वाले सात शातिरों को गिरफ्तार कर 35.32 लाख रुपये बरामद किए, विदेशी करेंसी भी मिली

- कल्याणपुर में 6 सटोरिए गिरफ्तार कर 11 लाख रुपये बरामद

''कल्याणपुर में जो सट्टा चल रहा था, उसमें चौकी और थाने की पुलिस की भूमिका की जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.''

डॉ। अनिल कुमार शर्मा, एसपी वेस्ट