कानपुर (ब्यूरो)। नानी, कल्लू अंकल बहुत गंदे हैं, अब मैं उनके साथ कभी स्कूल नहीं जाऊंगीयह बातें सिसकते हुए रेप पीडि़ता बच्ची ने अपनी नानी से कहीं। घटना के दो दिन बीतने के बाद भी बच्ची के दिमाग में कल्लू की दहशत है। कल्लू का नाम सुनते ही वह कांप जाती है। सैटरडे शाम तक पुलिस पूछताछ करती रही। बेटी का दर्द समझ कर मूक बधिर माता-पिता कुछ कह तो नहीं पाए, लेकिन उनकी आंखों से निकले आंसू ने बेटी की पीड़ा बयां कर रही थी। पूरी रात मासूम सिसकती रही, कभी नानी को दर्द बताती तो कभी माता-पिता को। फैमिली मेंबर्स ने बताया कि कल्लू पर पीडि़ता और अन्य लोग बहुत विश्वास करते थे। इस वारदात के बाद कल्लू को लेकर पीडि़ता के मन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा है। कल्लू का नाम सुनकर या जेहन में आने पर वह सिहर उठती है। बता दें, दो दिन पहले आवास विकास स्थित केशवपुरम के प्राइवेट स्कूल में वैन ड्राइवर ने 11 साल की मासूम से वैन में ही रेप किया था।
बयान दर्ज किए
रेप पीडि़ता के (61) के बयान दर्ज किए गए। जिसमें पीडि़ता ने बताया कि रोज की तरह वह आठ बजे वैन में आकर बैठ गई थी। उसकी बहन को आने में देर थी लिहाजा कल्लू अंकल वेट करने लगे। इसी दौरान घर से चंद कदम की दूरी पर सन्नाटे में कल्लू अंकल आगे का गेट खोलकर उतरे और उसे खिसकाते हुए आगे बढऩे को कहा और अंदर आ गए। जैसे ही कल्लू ने वहशियाना हरकत शुरू की पीडि़ता अचेत हो गई। कुछ देर बाद ही छोटी बहन भी आ गई। बहन को अचेत पड़ा देखा तो उसने बहन को हिलाते डुलाते हुए चेहरे पर पानी डाला। होश आते ही पीडि़ता चीख पड़ी। कल्लू ने किसी और बच्चे को नहीं बिठाया बल्कि दोनों बहनों को लेकर स्कूल पहुंच गया।
किसी ने नहीं सुनी बात
रेप पीडि़ता ने अपने बयानों में आगे बताया कि उसने स्कूल में सभी को कल्लू अंकल की गंदी हरकत की जानकारी दी। अपने दर्द को भी बताया लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी हां कल्लू अंकल को भगा दिया गया। दर्द की बात कहने पर भी उसे घर नहीं भेजा गया बल्कि वहीं रखा गया, कोई दवा नहीं दी गई, कोई फस्र्ट एड नहीं दिया गया। छुट्टïी होने पर दूसरे ड्राइवर से घर भिजवा दिया गया।