विकीलीक्स फाउंडर जूलियन असांजे तो आपको याद ही होंगे। अपने खुलासों से दुनिया भर में सनसनी फैलाने वाले असांजे को कुछ लोग दुनिया के महान फ्रीडम फाइटर्स में से एक मानते हैं तो कुछ उन्हें साइबर टेररिस्ट भी बुलाते हैं। वहीं, असांजे अब एक ऐसी अनजान दुनिया के बाशिंदे बन चुके हैं, जिसे वो खुद किसी स्पेस स्टेशन की तरह मानते हैं। इक्वाडोर की एंबेसी में शरण लेने वाले असांजे वहां एक छोटे से कमरे में रह रहे हैं। वो न तो वहां से बाहर निकल सकते हैं और न ही अपनी पसंद का कोई काम कर सकते है.
In a space station!
जून 2012 में इक्वॉडोर की एंबेसी में जिस समय असांजे को शरण दी गई थी उस समय करीब 50 पुलिस ऑफिसर्स की एक स्क्वाड्रन उन पर नजर रखती थी। अब इन 50 पुलिस वालों की जगह सिर्फ कुछ पुलिस ऑफिसर्स उन पर नजर रख रहे हैं। एंबेसी के मेन गेट और लिफ्ट पर तो पुलिस ऑफिसर है ही साथ में एक पुलिस ऑफिसर एंबेसी के अंदर भी उन पर नजर रखने के लिए तैनात रहता है। असांजे की मानें तो उनके लिए एक कमरे के ‘क्वार्टर’ में रहना बहुत ही मुश्किल हो गया है। वो कहते हैं, ‘यहां रहना बिल्कुल किसी स्पेस स्टेशन में रहने के जैसा ही है.’ वो कहते हैं कि यहां आने के बाद उन्हें इस एटमॉसफियर के साथ एडजस्ट करने में पूरे दो महीने लग गए।
Relocated his empire
असांजे को एंबेसी का स्टूडियो रूम दिया गया है। यहां पर एक मैटे्रस के अलावा एक छोटी सी शेल्फ और कुछ लेदर की चेयर्स पड़ी हुई हैं। इस छोटे से कमरे में असांजे ने अपना साइबर वर्ल्ड फिर से रिलोकेट कर लिया है.असांजे मोबाइल और लैपटॉप के जरिए बाहर की दुनिया से जुड़े हुए हैं। असांजे दिन में 17 घंटे काम करते हैं और जब उन्हें खाली समय मिलता है तो वो लैपटॉप पर फिल्में और लैपटॉप पर अपना फेवरिट शो देखकर बिताते हैं। एंबेसी के अंदर भी असांजे अपनी फिटनेस का पूरा ध्यान रख रहे हैं। रोज ब्रिटिश आर्मी की स्पेशल एयर सर्विस का हिस्सा रहा सोल्जर अब उनका ट्रेनर है। असांजे के पास फिल्म डायरेक्टर केन लॉच की गिफ्ट की हुई एक रनिंग मशीन है जिस पर वो रोज पांच से सात मील तक दौड़ते हैं।
Fresh food for health
असांजे कहते हैं कि इतने दिनों तक इस कमरे में रहने की वजह से उनकी फीजिकल हेल्थ काफी खराब हो गई है। ऐसे में उन्होंने तय किया हुआ है कि हर हाल में उन्हें सिर्फ फ्रेश फूड को ही प्रयॉरिटी देनी है। उनके फ्रेंड्स उनके लिए एंबेसी में खाना लेकर आते हैं। बेहतरडाइजेशन के लिए वो चारकोल कैप्सूल्स ले रहे हैं और साथ ही विटामिन डी की गोलियां सूरज की रोशनी की कमी को पूरा करती हैं। असांजे एंबेसी के बाहर नहीं निकलते हैं और ऐसे में जब उन्हें बाहर निकलना होता है तो सूरज की रोशनी उनके चेहरे को झुलसा सकती है। उन्होंने अपने रूम में यूवीबी लाइट्स रखी हुई हैं।
I miss many things
पिछले दिनों असांजे करीब 100 दिनों के बाद बालकनी पर आए। असांजे कहते हैं कि उन्हें बहुत अच्छा लगा और एक नई दुनिया का अहसास हुआ। असांजे की मानें तो वो शॉपिंग, फीशिंग और ट्रैंकिंग के अलावा दोस्तों के साथ मस्ती को बहुत मिस कर रहे हैं। लेकिन उन्हें उम्मीद है कि वो एक दिन यहां से बाहर निकलेंगे और फिर से अपनी दुनिया में एंज्वॉय कर
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