-स्कीम में दो कैटेगिरी में 245 प्लॉट्स किए गए थे लॉन्च, सिर्फ 214 के लिए कराई गई लॉटरी

KANPUR: केडीए की भागीरथी-जान्हवी एंक्लेव हाउसिंग स्कीम विवादों में घिर गई है। विवादों की वजह से फिलहाल 31 प्लॉट्स को लाटरी में शामिल ही नहीं किया गया है। मंडे को 245 की जगह 214 प्लॉट्स की ही लाटरी हो सकी है। जमीन का विवाद फाइनल होने के बाद ही बचे हुए प्लॉट्स की लॉटरी की जाएगी।

हीं सॉल्व कर पाए विवाद

केडीए ने साउथ सिटी स्थित श्याम नगर बाईपास के एक ओर स्थित नगवां गांव में जान्हवी-भागीरथी एंक्लेव डेवलप की है। 19 अगस्त को इस स्कीम के 245 प्लॉट लांच किए थे। इसमें 112.5 स्क्वॉयर मीटर एरिया के 220 टाइप ए प्लॉट और 90 स्क्वॉयर मीटर एरिया के 25 टाइप बी प्लॉट शामिल थे। प्लॉट पाने के लिए सैकड़ों लोगों ने आवेदन किया था। इस बीच यह स्कीम जमीन के विवाद में फंस गई। कुछ लोगों ने जमीन पर अपना दावा किया और केडीए का काम रुकवा दिया। काफी प्रयासों के बाद भी केडीए ऑफिसर्स ने विवाद हल करने में सफलता नहीं पाई।

हाईकोर्ट तक पहुंचा मामला

इस स्कीम की जमीन को लेकर कुछ लोग हाईकोर्ट भी चले गए। शायद यही वजह है कि केडीए ने विवादों में घिरे 31 प्लॉट्स को एलॉट न करने का फैसला किया। मंडे को केडीए ने टाइप ए के बाद 189 और टाइप बी के 25 प्लॉट्स का एलॉटमेंट लाटरी के जरिए किया। इस दौरान केडीए के विशेष कार्याधिकारी आलोक वर्मा, एक्सईएन मनोज उपाध्याय आदि मौजूद थे। ओएसडी ने बताया कि जमीन विवाद में फंसे 31 प्लॉट्स की लाटरी नहीं की गई। अन्य सभी प्लॉट लाटरी के जरिए एलॉट कर दिए गए हैं। एलॉटमेंट से केडीए को 47.03 करोड़ की इनकम होगी।

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स्कीम एक नजर में

245 प्लॉट लांच किए गए थे स्कीम में

220 प्लॉट 112.5 स्क्वॉयर मीटर के

25 प्लॉट 90 वर्ग मीटर के हुए थे लॉन्च

214 प्लॉट के लिए ही की गई लॉटरी

31 प्लॉट विवाद के कारण रोके गए

47 करोड़ की इनकम होगी एलॉटमेंट से