कानपुर (ब्यूरो) फीलखाना निवासी मंजू भट्टाचार्या अकेली रहती हैं। पति का 15 साल पहले निधन हो गया था। बेटी मुंबई में परिवार के साथ रहती है। मंजू के मुताबिक सेंट्रल बैंक की कराची खाना शाखा में उनका काफी समय से एक लॉकर है। जिसमें उनके पूरे जेवरात रखे थे। 18 अक्टूबर 2021 को वह जब बैंक गईं थीं तो लॉकर में जेवरात सुरक्षित थे। जब मंडे को वह गईं तो लॉकर में जेवरात नहीं मिले। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मंजू का आरोप है कि बैंककर्मियों ने जेवरात गायब किए हैं। हालांकि बैंक अफसर इससे इंकार कर रहे हैं। पुलिस को उन्होंने तहरीर दी है। जिसके आधार पर जांच की जा रही है।
बहुत मुश्किल से लॉकर खुला
मंजू ने पुलिस को बताया कि लॉकर की एक चाबी उनके पास रहती थी और दूसरी चाबी बैंक अफसरों के पास रहती है। मंजू के मुताबिक मंडे को लॉकर आसानी से नहीं खुल रहा था। जब उन्होंने वहां के कर्मचारी को बताया तब बहुत मुश्किल से लॉकर खुला। इसको लेकर उनका कहना है कि लॉकर से छेड़छाड़ कर जेवरात गायब किए गए हैं। इसलिए लॉकर आसानी से नहीं खुल रहा था।
पहले भी हुई हैै ऐसी वारदात
15 अक्टूबर 2021 को किदवईनगर के बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा के लॉकर से आटोमोबाइल कारोबारी अजय कुमार गुप्ता ने 20 लाख के गहने गायब होने का आरोप लगाया था। जेवरात निकालने पहुंचे दंपति ने लॉकर खाली पाकर बैंक कर्मियों को दोषी ठहराते हुए नौबस्ता थाने में तहरीर दी थी।
- सिविल लाइन्स स्थित एक्सिस बैंक की ब्रांच से कस्टमर का लॉकर तोड़कर करोड़ों रुपए के बेशकीमती नग और जेवरात चोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया था। घटना का पता चलते ही बैंक अधिकारियों के होश उड़ गए। पूछताछ और मीडिया से बचने के लिए ऑफिसर्स ने अपने मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ कर लिए।