हालांकि उनके पिता और न्यूज़ कॉर्प के मालिक रूपर्ट मर्डोक को बोनस के रूप में एक करोड़ 25 लाख डॉलर मिले हैं। इस साल के छह महीनों में उनके वेतन में 47 फ़ीसदी का इज़ाफ़ा हुआ है और वेतन के रूप में इस अवधि में उन्हें कुल तीन करोड़ 33 लाख रुपए मिले हैं।
जेम्स मर्डोक के वेतन में 74 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। लेकिन उनका कहना है कि बोनस न लेने का उनका फ़ैसला बिल्कुल सही है। फ़ोन हैकिंग कांड के बाद न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड अख़बार बंद कर दिया गया था।
फ़ोन हैकिंग
न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड की मुख्य कार्यकारी रेबेका ब्रुक्स और न्यूज़ कॉर्प की फ़ाइनेंशियल न्यूज़ सर्विस ''डाउ जोन्स'' के अधिकारी लेस हिंटन को भी फ़ोन हैकिंग मामले में अपना इस्तीफ़ा देना पड़ा था।
न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड में हैकिंग की जांच कर रही ब्रिटेन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने जुलाई में रेबेका ब्रुक्स को गिरफ़्तार किया था। मिली डाउलर नामक मृतक स्कूली छात्रा के वॉयसमेल को जब कथित रूप से हैक किया गया था तो रेबेका ब्रुक्स न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड की संपादक थीं।
जुलाई में ब्रितानी संसद की संस्कृति समिति ने रूपर्ट और जेम्स मरडॉक से इस सिलसिले में पूछताछ की थी। इस मौक़े पर रूपर्ट मरडॉक ने कहा था कि ये उनके जीवन का सबसे दुखद दिन है।
न्यूज़ कॉर्प के डिप्टी कार्यकारी अधिकारी जेम्स मरडॉक ने अपने बयान में कहा है,''न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड से जुड़े मौजूदा विवाद को देखते हुए मैंने कंपनी द्वारा दिया बोनस नहीं लेने का फ़ैसला किया है.''
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