कानपुर(ब्यूरो)। कई सालों से एक्टिव न होने वाले एकाउंट व फर्जी आईडी के जरिए बनाए गए एकाउंट को आईआरसीटीसी ने ब्लॉक कर दिया है जिसमें कानपुर के भी 200 से अधिक एकाउंट शामिल हैं। आईआरसीटीसी अधिकारियों के मुताबिक बीते दिनों फर्जी आईडी के माध्यम बनाए गए एकाउंट को चिन्हित कर कार्रवाई की गई थी। इसमें से कई एकाउंट की डिटेल आरपीएफ की सीआईबी टीम ने दी थी। जिन पर कार्रवाई कर ब्लॉक किया गया है। उन्होंने बताया कि डिपार्टमेंट समय-समय पर यह ड्रिल करता है। जिसके बाद एक्सपर्ट के चिन्हित किए गए एकाउंट को पूरी तरह वैरीफाई कर ब्लॉक कर दिया जाता है।


रेल टिकट दलाली से जुड़े होते हैैं तार
कानपुर में बीते दिनों आरपीएफ जीएमसी पोस्ट, सेंट्रल स्टेशन पोस्ट के साथ सीआईबी की विंग ने एक दर्जन से अधिक टिकट दलालों को पकड़ा था। जो कि आईआरसीटीसी की वेबसाइड में एक-एक दर्जन फर्जी एकाउंट बनाकर ऑनलाइन रेल टिकटों की बिक्री करते थे। यह लोग रेल टिकटों की बिक्री जरूरतमंद पैसेंजर्स को मनचाहे दामों में बेच देते थे। आरपीएफ ने आरोपियों के पास से पकड़े गए एकाउंट की पूरी डिटेल आईआरसीटीसी को सौंपी थी।

283 एकाउंट सिर्फ कानपुर के

आईआरसीटीसी के अधिकारियों के मुताबिक जनवरी 2022 से अगस्त 2023 के बीच में डिपार्टमेंट के आईटी एक्सपर्ट ने आरपीएफ के साथ संयुक्त कार्य कर एनसीआर रीजन में 600 से अधिक फर्जी व अनएक्टिव एकाउंट को चिन्हित किया था। सालों से एक्टिव न हुए एकाउंट को रिमाइंडर भी दिया गया था लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं आया। फीडबैक न होने पर यह मान लिया गया कि वह अब एकाउंट यूज नहीं कर रहे हैं। लिहाजा उन एकाउंट को भी ब्लॉक कर दिया गया है जिससे भविष्य में इसका मिसयूज न किया जा सके।

6 हजार से अधिक यूजर्स

कानपुर सिटी में आईआरसीटीसी के छह हजार से अधिक यूजर्स है। जो कि अपने मोबाइल या लैपटॉप से रेल टिकटों की बुकिंग करते हैं। इसके अलावा सिटी में एक दर्जन से अधिक आईआरसीटीसी के ऑथराइज वेंडर्स हैं। जिनको टिकट बुकिंग कर बिक्री के लिए डिपार्टमेंट की तरफ से ऑथराइज किया गया है।