कानपुर(ब्यूरो)। मूलगंज से पकड़े गए बांग्लादेशी रिजवान मोहम्मद को पुलिस ने रविवार को 9 घंटे की रिमांड पर लेकर इंटेरोगेट किया। इस दौरान रिजवान ने कबूल किया है कि वह हवाला का कारोबार करता है और पाकिस्तान से भी उसके संबंध हैं। पाकिस्तान से उसके खातों में रकम भेजने के भी सबूत मिले हैं। उसके दो बैंक खातों (इंडसइंड और एचडीएफसी)में हवाला का पैसा आता है। इस रुपये का वह कहां और क्या इस्तेमाल करता है? इसकी अभी पुख्ता जानकारी नहीं मिली है। रिमांड का टाइम बेहद कम होने के कारण पुलिस ने शाम को ही रिजवान को जेल में दाखिल करा दिया।
आरोप ज्यादा, साक्ष्य कम
पुलिस ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताते हुए कोर्ट से डॉ। रिजवान की 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन रिजवान के खिलाफ लगाए गए संगीन आरोपों को लेकर पुलिस कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सकी। इसके चलते कोर्ट ने सिर्फ 9 घंटे की रिमांड दी थी। संडे सुबह करीब 9 बजे पुलिस पूरी प्रक्रिया करने के बाद डॉ। रिजवान को जेल से अपनी कस्टडी में लेकर निकली और इसके बाद अज्ञात स्थान पर उससे पूछताछ की गई। इस दौरान पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
भारत से नहीं कर रहा द्रोह
इंटेरोगेशन में रिजवान ने ये कुबूल किया कि वह बांग्लादेश में होटल चलाता था। शादी के बाद कानपुर आ गया। बांगलादेश में भी हवाला का कारोबार करता था। उसके पासपोर्ट में कानपुर में रहने से पहले के विदेश जाने के वीजा मिलने की जानकारी भी हुई है। डॉ। रिजवान ने साफ कहा है कि मेरे पाकिस्तान में रहने वाले कई लोगों से संपर्क हैैं लेकिन न तो वह बांगलादेश के साथ देशद्रोह कर रहा है और न ही भारत के साथ।
पत्नी, बच्चों का दोष नहीं
डॉ। रिजवान ने कहा कि उसके पत्नी और बच्चों को परेशान न किया जाए क्योंकि जो भी काम वो करता है, इसमें उसके परिवार का कोई दोष नहीं है। हां, इसकी जानकारी पत्नी और ससुर को जरूर है। ये पूछने पर कि हवाला का काम वह किसके लिए करता है? रिजवान से चुप्पी साध ली। पूछताछ में शहर के कुछ सफेदपोश लोगों के नाम भी हवाला कारोबार में सामने आए हैं। लेकिन पुलिस बिना किसी पुख्ता जानकारी के कोई नाम खोलना नहीं चाहती है। हालांकि पुलिस ने अपने स्तर से जांच शुरू कर दी है।
बताया था सुरक्षा को खतरा
पुलिस ने 11 दिसंबर को बांग्लादेशी रिजवान मोहम्मद को अरेस्ट किया था। रिजवान के साथ उसकी पत्नी और तीन बच्चों को भी अरेस्ट कर जेल भेजा था। मामले की जांच कर रहे पुलिस अफसरों ने रिजवान मोहम्मद की 14 दिनों की रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। पुलिस ने कहा था कि रिजवान से भारत की सुरक्षा को खतरा है। रिजवान का पाकिस्तानी कनेक्शन भी है। लेकिन पुलिस रिजवान के संदिग्ध होने का पुख्ता सुबूत कोर्ट में पेश नहीं कर सकी। इसके चलते एसीएमएम-2 की कोर्ट ने महज 9 घंटे की रिमांड दी।
अभी कई सवाल बाकी
ज्याइंट पुलिस कमिश्वनर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि अब पुलिस एक बार फिर से रिमांड के लिए सोमवार को कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी। रिजवान के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के पुख्ता साक्ष्य कोर्ट सामने पेश करके 14 दिनों का रिमांड मांगेगी। 9 घंटे की रिमांड में पुलिस को पूछताछ के लिए ज्यादा वक्त नहीं मिला। पुलिस ने शाम को रिजवान को जेल में दाखिल करा दिया।