कानपुर (ब्यूरो) अभी तक इन मामलो में पहुंची पीआरवी दोनों पक्षों को थाने ले जाती थी और थाना पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई करती थी। सेटिंग गेटिंग का भी खेल चलता था। पूरी रात थाने में बैठने के बाद सुबह पुलिस कार्रवाई करती है और दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज किया जाता है। इसके बाद शुरू होता है कोर्ट कचहरी का चक्कर। पुलिस लाइन में मौजूद एडवोकेट और मुंशी आने वाले से मनमानी रकम ऐंठ लेते हैैं। मौके पर निस्तारण होने से न तो थाने में मानसिक तनाव से गुजरना होगा और पारदर्शिता भी बनी रहेगी। इस इवेंट की जानकारी संबंधित थाने, संबंधित अधिकारी और पीआरवी के हेडक्वार्टर को देनी होगी।

बढ़ाया जाएगा भत्ता
पीआरवी में तैनात होने वाले होमगार्ड का भत्ता बढ़ाने के निर्देश भी जारी किए गए हैैं। इन व्हीकल्स में तैनात होमगार्ड का भत्ता 150 रुपये बढ़ा दिया जाएगा। साथ ही इनकी परमानेंट ड्यूटी भी पीआरवी में लगा दी जाएगी, होमगार्ड का मस्टररोल भी ऑनलाइन किया जाएगा।

इन मामलों का मौके पर होगा निपटारा
- अशांति फैलाने की आशंका के चलते मारपीट करना
- पति पत्नी और सास बहू के बीच होने वाले विवाद।
- अवैध चाकू के साथ घूमकर जनता में भय फैलाना।
- होटल, रेस्टोरेंट में होने वाली मारपीट या लेन देन में झगड़ा
- शराब पीकर हंगामा या सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने पर।
- ऐसे वीडियो बनाने वालों पर कार्रवाई जिससे जनता में भय व्याप्त हो।

पीआरवी कर्मियों की जिम्मेदारी बढ़ाई गई है, इससे आम आदमी को राहत मिलेगी।
प्रशांत कुमार, एडीजी लॉएंड ऑर्डर