कानपुर (ब्यूरो)। 31 अक्टूबर को दिवाली है। इसको लेकर लोगों ने तरह-तरह की तैयारियां शुरू कर दी हैं। दिवाली पर घर खूबसूरत दिखे, इसके लिए लोगों ने अपने घरों की सफाई करने के साथ पेंटिंग कराना भी शुरू कर दिया है। पेंट मार्केट में चहल-पहल बढऩे लगी है। लोग अपने बजट व पसंद के अनुसार रंगों की खरीदारी कर घरों को पेंट करा रहे हैं। पेंट कारोबारियों की माने तो इस साल एंटी बैक्टीरियल, वाटरप्रूफ और तापमानरोधी पेंट की मार्केट में काफी डिमांड है। डिस्टेंपर व सुरक्षा प्लस पेंट की डिमांड बीते वर्षों की अपेक्षा कम हुई है।

पांच साल तक टिकी रहती पेंट की चमक

पेंट बनाने वाली कंपनियों ने ग्राहकों के लिए मार्केट में कम से अधिक बजट वाले कई प्रकार के पेंट उतारे हैं। बिना चमक खोए लंबे समय तक पेंट के बने रहने की गांरटी भी दी जा रही है। घरों की छत पर लगाने के लिए तापमानरोधी पेंट भी आ रहे हैं। कंपनियों का दावा है कि इनको लगाने से पांच परसेंट तक तापमान में कमी आती है। पेंट व्यापारियों का कहना है कि पेंट कराने के बाद दो से तीन वर्ष गुजर गए और बदले मौसम का असर नहीं पड़ा तो समझना चाहिए कि पेंट टिकाऊ व अच्छा है।

थ्री डी वॉल पेटिंग की काफी डिमांड

पेंट कारोबारी रोहित सक्सेना ने बताया कि एंटी बैक्टीरियल पेंट के साथ इस वर्ष लोगों को थ्री डी वॉल पेंटिंग भी काफी पसंद आ रही है। खास कर वह लोग अपने कमरे में थ्री डी वॉल पेटिंग कराना पसंद कर रहे हैं। जिनके घरों में छोटे बच्चे है। थ्री डी वॉल पेंटिंग का पेंट व पेंटर्स दोनों की नार्मल पेंट व पेंट्स से अधिक कॉस्टली भी है। इसके बावजूद लोग थ्री डी वॉल पेंटिंग को अधिक पसंद कर रहे हैं।

पेंटर्स ने बढ़ाई दिहाड़ी

दीपावली के अब एक सप्ताह की बचे हुए हैं। उसके बाद सहालग शुरू हो जाएगी। ऐसे स्थिति में लोग जल्द से जल्द घरों में पेंट कराने की कोशिश कर रहे हैं। पेंट की शॉप पर खरीदारी करने वालों की भीड़ देखने को मिल रही है। पेंटरों की तलाश भी की जा रही है। घरों को पेंट कराने की बढ़ी मांग को देखते हुए पेंटर्स ने भी अपनी दिहाड़ी बढ़ा दी है।

एक्सपर्ट की सलाह लेकर कराएं पेंट

पेंट व्यापारी अमित सिन्हा ने बताया कि त्योहार व सहालग के सीजन में इस वर्ष 15 से 20 परसेंट कारोबार अधिक होने का अनुमान है। पेंट कराने से पहले विशेषज्ञ की राय जरूर लें। पेंटर पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। मार्केट में हर वर्ग के लिए उसके बजट के अनुसार पेंट उपलब्ध हैं।