कानपुर(ब्यूरो)। चंद पैसों के लालच में मालवाहक गाडिय़ों के ड्राइवर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं, वहीं यात्री भी जल्दी पहुंचने और पैसे बचाने की चक्कर में अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। जिसका नतीजा बुधवार को बिधनू में हुए हादसे में देखने को मिला। एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई वहीं नौ यात्री घायल हो गए थे। जबकि पिछले साल ही साढ़ के कोरथा में ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से हुए हादसे में 26 लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री ने आदेश दिए थे कि किसी भी मालवाहक वाहन में कोई यात्री नहीं बैठाया जायेगा। इसके बाद भी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
पुलिस की नजरों के सामने
शहर में नौबस्ता बाईपास, उस्मानपुर पुलिस चौकी के सामने सचेंडी-भौंती हाईवे, रामादेवी-प्रयागराज हाईवे, जीटी रोड पर जगह-जगह मालवाहक वाहनों में खुलेआम सवारियां ढोई जा रही हैं। जिसकी वजह से हादसे हो रहे हैं। चौराहों और पुलिस पिकेट प्वाइंट के पास वाहन चालक पुलिस के सामने सवारियों को बैठाते हैं जिसके नाम पर उनसे वसूली भी की जाती है। सबकुछ देखने सुनने के बाद भी पुलिस मुंहफेर लेती है। यही हाल आरटीओ का है कि अधिकारी भारी वाहनों पर जुर्माने और ओवरलोडिंग की कार्रवाई करने में व्यस्त रहते हैं, लेकिन मालवाहक वाहनों में सवारियां ढोने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। जिसका नतीजा हादसों के रूप में सामने आता है।