- पुलिस ने छापेमारी कर पकड़े 60 लाख कीमत के तीन ट्रक अवैध पटाखे
- तीन सगे भाई कर रहे थे पटाखों का कारोबार, कुछ ट्रांसपोर्टर्स लाते थे माल
>KANPUR: आगरा में पटाखा गोदाम में आग की वारदात के बाद जिला पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए बजरिया के एक घर में रेड मार कर करीब 60 लाख रुपए कीमत के तीन ट्रक अवैध पटाखे बरामद किए। इस घर में रहने वाले तीन सगे भाईयों ने दीपावली के लिए पटाखे यहां स्टोर करके रखे थे। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
डीआईजी डॉ। प्रीतिंदर सिंह को जानकारी मिली कि बजरिया के कंघी मोहाल निवासी रिजवान हबीब के घर में बीते कई दिन से भारी वाहनों से कुछ सामान आ रहा है। सुरागरसी करने पर पता चला कि पटाखों को गैरकानूनी ढंग से स्टोर किया जा रहा है। एसपी ईस्ट डॉ। अनिल कुमार शर्मा और सीओ सीसामऊ की टीम ने छापेमारी की। घर में रिजवान, हफीज अहमद और मुहम्मद जावेद मिले। अंदर कमरे में जाकर देखा तो पुलिस की आंखें खुली रह गईं। गत्तों में पटाखे स्टोर करके रखे थे। इन पटाखों से संबंधित बारूद का लाइसेंस तीनों भाई नहीं दिखा सके। पूछताछ में ठीक जवाब न मिलने पर पुलिस ने सभी पटाखे जब्त कर तीनों के खिलाफ विस्फोटक का अवैध भंडारण एक्ट के तहत कार्रवाई की।
आरोपी रिजवान हबीब व उसके भाइयों ने बताया कि वह कुछ साल पहले तक मेस्टन रोड के दो नामी पटाखा लाइसेंसधारी कारोबारियों का काम देखते थे। बाद में अपना खुद का कारोबार शुरू कर लिया। लाइसेंस के लिए अप्लाई किया और जब नहीं मिला तो पांच साल से अवैध रूप से ही पटाखों की बिक्री करने लगे। पूछताछ में बताया कि वे सहारनपुर के जावेद नामक कारोबारी से माल मंगवाते हैं। इसके लिए बाबूपुरवा के तीन-चार ट्रांसपोर्टरों से उनकी सेटिंग है। बिना बिल्टी और लाइसेंस के ही वह पूरा माल कानपुर लाते हैं। पुलिस अब ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ भी कार्रवाइर्1 करेगी।
आसपास हजारों परिवार रहते
मामले में आरोपी तीनों भाइयों का जहां घर है, वह बेहद घनी आबादी वाला इलाका है। जहां आसपास हजारों परिवार रहते हैं। अगर कोई हादसा हो जाए तो कितनी कैजुअल्टी होगी, इसका अनुमान भी नहीं लगाया जा सकता। यहां रेड करने गए पुलिसकर्मियों की मानें तो घर में आग बुझाने के कोई इक्विपमेंट भी नहीं थे।
पूरे साल पटाखों का कारोबार
शहर और शहर के आस पास के जिलों में तमाम आतिशबाज हैं जो बारूद लाकर देशी पटाखे बनाते हैं। ये पटाखे शादी और अन्य समारोह में खुशी से चलाए जाते हैं। साथ ही मेस्टन रोड में भी पटाखे के थोक बाजार है। सरसौल और उन्नाव में भी तमाम आतिशबाज हैं। दरअसल दीपावली के पास आते ही पटाखों के दाम आसमान छूने लगते हैं। इस वजह से पटाखों का काम करने वाले अवैध रूप से इन्हें स्टोर करके रख लेते हैं। दीपावली के दौरान ये पटाखे दोगुने दाम पर बेच दिए जाते हैं। जबकि पटाखों में बारूद होने की वजह से इन्हें स्टोर करके रखना अवैध है।
'' तीन सगे भाइयों के खिलाफ कार्रवाई कर तीन ट्रक पटाखे बरामद किए गए हैं। पकड़े गए लोगों से पूछताछ की जा रही है। पटाखा लाने वाले ट्रांसपोर्टर्स पर भी कार्रवाई की जाएगी''
डॉ। प्रीतिंदर सिंह। डीआईजी रेंज