- आईआईटी के एक्सपर्ट बदलेंगे सूरत, आईटीआई ¨प्रसिपल व अन्य अधिकारियों के लिए सात दिवसीय कार्यशाला शुरू, एजूकेशनल, टेक्निक, रिसर्च, उद्यमिता डेवलपमेंट पर देंगे जानकारी
KANPUR: आईटीआई की सेहत सुधारी जाएगी। यह बदलाव आईआईटी कानपुर के एक्सपर्ट्स से मिले सुझावों के बाद होगा। एजूकेशनल, टेक्निक, रिसर्च, उद्यमिता डेवलपमेंट को लेकर और जानकारी दी जाएगी। आईआईटी का प्रशिक्षण और रोजगार विभाग के साथ करार हुआ है।
प्रिंसिपल को दी जाएगी ट्रेनिंग
पहले फेज में आईटीआई ¨प्रसिपल और अन्य अधिकारियों को विभिन्न पहलुओं पर ट्रेनिंग दी जा रही है। उनके लिए सात दिवसीय ऑनलाइन वर्कशॉप की मंगलवार से शुरूआत हुई। इसका उद्घाटन कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने की। उन्होंने बताया कि बेहतर समय में यह पहल की गई है। शिक्षा प्रणाली में तेजी से बदलाव हो रहा है।
अपग्रेड होने का चांस
कार्यक्रम से छात्रों का शैक्षणिक परिणाम औरच्अच्छा होगा। मुख्य मंत्री के सचिव आलोक कुमार ने कहा कि डिजिटल दुनिया की ओर तेजी से बढ़ने की दिशा में प्रयास सार्थक परिणाम लेकर आएगा। आईटीआई के ¨प्रसिपल और अन्य अधिकारियों के पास अपग्रेड होने का मौका है। उप निदेशक प्रो। एस गणेश, स्टार्टअप इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर के इंचार्ज प्रो। अमिताभ बंद्योपाध्याय, सीईओ डॉ। निखिल अग्रवाल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इससे तकनीक और रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा। आईटीआई छात्रों के पास रोजगार के अवसर बढ़ जाएंगे। कोरोना संक्रमण से पढ़ाई, तकनीक और अप्रेंटिसशिप की रूपरेखा बदल गई है। छात्र संस्थान के स्टार्टअप कार्यक्रम से जुड़ सकेंगे।
प्रो। अभय करंदीकर, डायरेक्टर आईआईटी कानपुर
शौर्य चक्र विजेता मेजर के पैरेंट्स ने स्टूडेंट्स को दिए टिप्स
स्व। मेजर सतीश दाहिया के पेरेंट्स अनीता देवी और चौधरी आंचल सिंह ने मंगलवार को आईआईटी कानपुर के फर्स्ट ईयर के बैच से वर्चुअल कम्युनिकेशन किया। उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि जैसे तुम अपनी लाइफ के प्रति सोच रखोगे वैसे तुम्हारी लाइफ बन जाएगी। खूब मेहनत करो और इंज्वाय करते रहो। बता दें कि मेजर सतीश दाहिया ने 14 फरवरी 2017 को देश की रक्षा के लिए अपनी जान दे दी थी। मरणोपरांत उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है।