कानपुर(ब्यूरो)। आईआईटी से अर्थ साइंस सेकेंड इयर की स्टूडेंट सेजल जैन की नवाबगंज स्थित गंगा बैराज पर सेल्फी लेने के दौरान पैर फिसलने से गंगा में गिरने से मौत हो गई। छात्रा के साथ गंगा बैराज पर घूमने गए सात स्टूडेंट्स ने हादसे की जानकारी पुलिस प्रशासन को दी। सूचना पर बैराज का गेट नंबर पांच बंद किया गया और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने शव तलाश लिया। पुलिस ने परिजनों और आईआईटी प्रशासन को हादसे की जानकारी दी। पोस्टमार्टम के बाद शव राजस्थान से आए परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

वाटर फ्लो देखने के लिए
राजस्थान के भीलवाड़ा के बलेलों का मोहल्ला बदनौर निवासी अनिल जैन की 20 साल की बेटी सेजल जैन आईआईटी में अर्थ साइंस सेकेंड ईयर की छात्रा थी। सेटरडे देर शाम वीकेंड सेलीब्रेट करने के लिए सेजल अपने साथ साथियों के साथ गंगा बैराज पर गई थी। इसी दौरान वाटर फ्लो देखने के लिए सेजल प्रतिबंधित एरिया में लगी जाली का कुंडा खोलकर अंदर चली गई। पत्थरों पर जाकर सेजल वाटर फ्लो देखने के दौरान सेल्फी ले रही थी। पीछे हटने के दौरान उसका पैर पत्थर की बजाय खाली जगह पर चला गया। चंद सेकेंडों में पानी मेंंं गिरने की आïवाज सुन साथी उस तरफ गए, तब तक सेजल पानी में डूब चुकी थी।

दो घंटे बाद मिला शव
सेजल का शव पानी में गिरने की जानकारी मिलते ही हडक़ंप मच गया। सूचना पर कोहना और नवाबगंज की पुलिस के साथ आईआईटी का स्टाफ भी मौके पर पहुंच गया। गेट नंबर पांच का पैनल बंद कर शव की तलाश शुरू की गई। दो घंटे बाद सेजल को बाहर निकाल लिया गया। उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर राजस्थान से सेजल के ताऊ सुमित जैन, भाई शुभम जैन कानपुर पहुंचे। शव देख परिजनों में कोहराम मच गया।

प्रतिबंधित घेरा तोडक़र
कुछ महीने पहले ही लगातार हो रहे हादसों को देखते हुए प्रशासन ने गंगा बैराज में जाली लगाने के आदेश दिए थे। इसके साथ ही पुलिस की दो गाडिय़ां पुल के एक तरफ तैनात किया गया जबकि पुल के दूसरी तरफ भी पुलिस की तैनाती की गई है। इसके बाद भी सेजल कैसे प्रतिबंधित घेरा तोडक़र वहां पहुंच गई, ये बड़ा सवाल है।


आईआईटी ने जताया दु:ख
आईआईटी प्रशासन ने सेजल की मौत पर दु:ख व्यक्त किया। आईआईटी प्रशासन के मुताबिक प्रारंभिक जांच में पता चला कि सेजल जैन 7 अन्य छात्रों के साथ गंगा बैराज घूमने गई थी। इस दौरान सेजल जैन सहित कुछ छात्र पुल की सुरक्षा रेलिंग को पार कर बैराज गेट के रैंप की ओर पहुंच गए थे। सेजल जैन ने कौतूहलवश अकेले ही अंधेरे में खतरे के क्षेत्र को पार किया और गलती से खुली जगह से फिसल कर बैराज के पानी में गिर गई और डूब गई। हम एक युवा उज्ज्वल दिमाग के असामयिक नुकसान पर शोक व्यक्त करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि भगवान उनके परिवार और दोस्तों को इस नुकसान को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।


सुरक्षा को लेकर खड़े हुए सवाल
आईआईटी कानपुर की अर्थ साइंस सेकेंड ईयर की छात्रा की गंगा में डूबने से मौत के बाद आईआईटी कानपुर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे है। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि आईआईटी की 7 छात्राएं संस्थान के सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए कैसे बिना किसी को बताए गंगा बैराज तक पहुंच गई। हादसा होने के बाद आईआईटी एडमिनिस्ट्रेशन को पता चला कि 7 छात्राएं कैंपस से बाहर हैं। जबकि आईआईटी के नियमों के मुताबिक, किसी भी स्टूडेंट को कैंपस से बाहर जाने जाने के लिए लिखित जानकारी हॉस्टल या सुरक्षा अधिकारियों को देनी होती है। ऐसे में इस हादसे ने आईआईटी में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के दावों की पोल खोल दी है।