कानपुर(ब्यूरो) आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो। अभय करंदीकर के मुताबिक राष्ट्रीय समन्वय बोर्ड - गेट (एनसीबी) और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से ग्रेजुएट एप्टीट््यूड टेस्ट के आयोजन की जिम्मेदारी हर वर्ष एक अलग संस्थान को दी जाती है। इस साल आईआईटी खडग़पुर ने परीक्षा कराई थी। और बाकी आईआईटी ने परीक्षा संचालित की थी। अब गेट 2023 के आयोजन की जिम्मेदारी कानपुर को सौंपी गई है। आईआईटी कानपुर समेत बाकी संस्थान आईआईटी बांबे, दिल्ली, गुवाहाटी, खडग़पुर, मद्रास, रुड़की व भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर परीक्षा का संचालन करेंगे।
कंप्यूटर आधारित परीक्षा
गेट कंप्यूटर आधारित परीक्षा होगी। कुछ विषयों में दो पेपरों के चयन के विकल्प के साथ ही कुल 29 विषयों में परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसमें इंजीनियङ्क्षरग, विज्ञान, मानविकी व सामाजिक विज्ञान भी शामिल होंगे। वर्तमान में किसी स्नातक डिग्री कार्यक्रम के तीसरे या उच्च वर्षों में अध्ययन कर रहे इंजीनियङ्क्षरग, प्रौद्योगिकी, वास्तुकला, विज्ञान, वाणिज्य, कला के विद्यार्थी भी इसके लिए पात्र होंगे।
निजी कंपनियों में गेट स्कोर की मांग
गेट स्कोर के आधार पर ही अभ्यर्थी इंजीनियङ्क्षरग, प्रौद्योगिकी, वास्तुकला में मास्टर प्रोग्राम और प्रत्यक्ष रूप से डाक्टरेट कार्यक्रम के लिए और शिक्षा मंत्रालय व अन्य सरकारी एजेंसियों, संस्थानों के कला व विज्ञान शाखाओं में डाक्टरेट कार्यक्रम के लिए अर्ह होते हैं। इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम अपने यहां भर्ती प्रक्रिया में भी गेट स्कोर मांगते हैं।