- आईआईटी कानपुर ने तैयार किया है लाइटवेट हेलीकॉप्टर विभ्रम
- बेंगलुरु में हो रहे एयर शो में विभ्रम की खूबियों को मिली सराहना
-20 से 50 डिग्री सेल्सियस तक के टेम्प्रेचर में भी काम कर सकता है
- 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 11500 फीट की ऊंचाई पर जा सकता
- 05 केजी है वेट, पांच किलोग्राम तक भार उठा सकने में हैं सक्षम
- 50 किमी तक की भर सकता है एक बार प्रोग्रामिंग के बाद उड़ान
- 15 किमी की दूरी से आसानी से वीडियो डाटा भी भेज सकेगा
- 04 घंटे लगातार उड़ान भरने की है क्षमता
KANPUR: आईआईटी कानपुर ने लाइटवेट हेलीकॉप्टर तैयार किया है। दुश्मनों को सैरेंडर कराने से लेकर मेडिकल हेल्प में इसका यूज किया जाना है। इंक्यूबेटेड कंपनी एंडयोर एयर के साढ़े सात किलो के लाइटवेट हेलीकॉप्टर विभ्रम को बेंगलुरु में सराहना मिल रही है। इसकी जानकारी आईआईटी कानपुर की ओर से दी गई। वेडनेसडे को डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह और सेना के आफिसर्स ने विभ्रम की खूबियों को देखा और उसकी तकनीक के बारे में जानकारी हासिल की।
सेना की जरूरतों पर डिजाइन
संस्थान की ओर से एयरो स्पेस इंजीनिय¨रग के शोधार्थी रामा कृष्णा और चिराग जैन उसको लेकर गए हैं। रामा कृष्णा ने प्रो। अभिषेक की देखरेख में हेलीकॉप्टर की डिजाइन की है। सुबह के समय विभ्रम को उड़ाकर देखा गया था। यह सेना और एनडीआरएफ के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया है। इसमें अधिकतम पांच किलोग्राम वजन का सामान रखा जा सकता है।
कोरोना वैक्सीन की हो सकती डिलीवरी
एयर शो में सेना के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी शामिल हो रहे हैं। उन्हें शोधार्थियों ने विभ्रम से कोरोना वैक्सीन के दुर्गम और पहाड़ी क्षेत्रों में डिलीवरी कराने की प्ला¨नग बताई।
फॉरेन एक्स्पर्ट्स ने जानकारी ली
एयर शो में कई विदेशों संस्थानों के एक्स्पर्ट्स भी शामिल हुए हैं। उन्होंने विभ्रम की तकनीक और अपग्रेड वर्जन के बारे में जानकारी ली। टेक ऑफ और लैं¨डग के समय और कैमरे की जूम क्षमता का आकलन किया।