कानपुर (ब्यूरो)। टेक्निकल इनोवेशन में अग्रणी इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) कानपुर को असिस्टटेक फाउंडेशन (एटीएफ) अवार्ड 2023 से सम्मानित किया गया है। अवार्ड सेरेमनी बेंगलुरु टेक समिट (बीटीएस) 2023 के दौरान बेंगलुरु पैलेस, बंगलुरु, कर्नाटक में हुई। एटीएफ अवार्ड को कर्नाटक गवर्नमेंट के इंफार्मेशन एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर ने दिया। आईआईटी के केमिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रोफेसर सिद्धार्थ पांडा और सोशल साइंस डिपार्टमेंट के प्रोफेसर ब्रज भूषण ने अवार्ड को संयुक्त रूप से प्राप्त किया। संस्थान को सहायक प्रौद्योगिकी नवाचारों में चित्रित किया गया था और एटीएफ पुरस्कारों की सक्षम श्रेणी के तहत एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स द्वारा सर्वश्रेष्ठ एटी पहल में आईआईटी कानपुर पहली बार विजेता बना है।
बड़े इनोवेशन को संबोधित करता
अवार्ड के बारे में बात करते हुए आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर एस गणेश ने कहा कि ये तीन सम्मानित टेक्नोलॉजी सहायक पारिस्थितिकी तंत्र में एक बड़े इनोवेशन को संबोधित करती हैैं.आईआईटी कानपुर ऐसी और अधिक टेक्नोलॉजीज को डेवलप करने के उद्देश्य से सक्रिय रूप से काम कर रहा है, जो सहायक क्षेत्र में समाज पर सकारात्मक प्रभाव पैदा कर सकता है और इसे एक उत्पाद में बदला जा सकता है।
इन टेक्नोलॉजी के लिए अवार्ड
आईआईटी कानपुर के नेशनल सेंटर ऑफ फ्लेक्सिबल इलेक्ट्रॉनिक्स (एनसीफ्लेक्सई) के प्रोफेसर सिद्धार्थ पांडा और उनकी टीम को नेत्रहीन और दृष्टिबाधित लोगों के लिए हैप्टिक स्मार्टवॉच और टच सेंसिटिव के साथ सिंगल रिफ्रेशेबल ब्रेल सेल आधारित ब्रेल लर्निंग डिवाइस वाली टेक्नोलॉजी डेवलप करने के लिए अवार्ड मिला। इसके अलावा प्रोफेसर ब्रज भूषण और उनकी टीम को डिस्लेक्सिया और डिस्ग्राफिया वाले बच्चों के लिए सहायक अनुप्रयोग (एएसीडीडी) नामक इनोवेशन के लिए पुरस्कार मिला है।
यह है एटीएफ अवार्ड
एटीएफ अवार्ड सहायक प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भारत की पहली और सबसे महत्वपूर्ण समर्पित फ्लैगशिप जागरूकता पहल है। इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन गुमनाम नायकों को पहचानना है जो सहायक प्रौद्योगिकी (एटी) की शक्ति के माध्यम से दुनिया भर में दिव्यांग लोगों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल रहे हैं।