कानपुर (ब्यूरो)। आईआईटी के प्रोजेक्ट में कांट्रैक्ट कर्मी रावतपुर मेट्रो स्टेशन के पास पड़े मिले। पुलिस ने उन्हें हैलट में भर्ती कराया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जेब में मिली पासबुक से पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। कांट्रैक्ट कर्मी दो दिन रिश्तेदार के घर जाने की बात कहकर निकला था। इसके बाद से वह लापता था। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
प्रॉपर्टी को लेकर विवाद
मूलरूप से बिल्हौर के गांव गढ़ का रहने वाले 24 साल के देवेश शुक्ला कल्याणपुर के अवधपुरी में रहते थे। उनकी मां मनोरमा ने बताया कि प्रापर्टी को लेकर परिवार के लोगों से काफी समय से विवाद चल रहा है। वे लोग उनके पहले मकान पर कब्जा कर चुके हैं। अब अवधपुरी के मकान पर भी नियत खराब है। इसी के डिप्रेशन की वजह से देवेश कुछ दिन पहले शराब पीकर सूटरगंज में रिश्तेदार के यहां चला गया। वहां पर उन लोगों ने देवेश के साथ मारपीट की। वह किसी तरह से देवेश को बचाकर ले आई।
मोबाइल, रुपये गायब
मां मनोरमा ने बताया कि दो दिन पहले देवेश बैंक से रुपये निकालकर रिश्तेदार के घर जाने की बात कहकर निकला था। लेकिन वह शाम तक नहीं लौटा। उन्होंने सभी जगह ढूंढा और पता किया लेकिन देवेश नहीं मिला। संडे सुबह काकादेव पुलिस ने बेटे के मिलने की जानकारी दी। मां और बहन गरिमा शुक्ला का आरोप है कि रिश्तेदारों ने देवेश को कुछ खिला पिलाकर हत्या की है। देवेश के पास से मोबाइल और रुपये गायब हैं। वहीं, काकादेव थाना प्रभारी काली प्रसाद गौड़ ने बताया कि अभी तक की जांच में प्रापर्टी का विवाद सामने आ रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।