कानपुर (ब्यूरो) घनी आबादी वाले इलाके में चले इस अभियान में सीएफओ दीपक शर्मा और एसीपी ईस्ट रंजीत कुमार, एफएसओ कैलाश चंद्रा, प्रभारी निरीक्षक मूलगंज अनूप कुमार के साथ संबंधित थाने की पुलिस भी थी। दोपहर बाद सबसे पहले ये टीम ग्रांड होटल पहुंची। यहां टीम को जो फायर एक्सटिंग्यूसर मिले जो 2018 में एक्सपायर हो चुके थे। इस होटल में इंट्री और एग्जिट भी एक ही जीने से मिली। जांच कर रहे अधिकारियों के मुताबिक जीना भी संकरा था। होटल में कोई सेटबैक भी नहीं था। आग लगने के हालात में निकलना बहुत मुश्किल था।
किसी के पास एनओसी नहीं
वहीं होटल मालिक से बात करने पर पता चला कि फायर विभाग की एनओसी भी उसके पास नहीं थी। उसके बाद टीम चप्पल मार्केट होते हुए रोटी वाली गली मूलगंज, बिसाती बाजार होते हुए पूर्णा काम्पलेक्स पहुंच गई। इस काम्पलेक्स में में सौन्दर्य प्रसाधन समेत डेली नीड के सामान की 150 दुकाने हैैं। दुकानों के बाहर तक दुकान मालिकों ने अपना सामान लगा रखा था। निकलने का भी रास्ता नहीं था। फायर अधिकारी ने बताया कि इस कांपलेक्स में हौजरील भी मिली लेकिन सालों से इस्तेमाल न होने की वजह से ये हौजरील खराब हो गई थी। लोगों के आने जाने का रास्ता और सेटबैक भी नहीं मिला। इस कांपलेक्स की भी फायर विभाग की एनओसी नहीं मिली।
एक्सटिंग्यूसर रखने के नर्देश
सभी दुकानदारों से आईएसआई मार्का फायर एक्सटिंग्यूसर रखने के लिए कहा गया है। फायर अधिकारी के मुताबिक वे इसी तरह के औचक निरीक्षण जारी रखेंगे। सीएफओ दीपक शर्मा ने बताया कि घनी आबादी वाले इलाकों में दमकल विभाग की गाडिय़ों के जाने का रास्ता भी बंद कर रखा है। अवैध निर्माण की वजह से हाइडे्रेंंट्स भी बंद हो गए हैैं। इससे बड़े हादसों के समय दूर से पानी लाना पड़ता है।
सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक कर योजना बनाई जाएगी, अतिक्रमण हटवाकर रास्ता खाली कराया जाएगा। दुकानों और होटलों में ये सुनिश्चित किया जाएगा कि कम से कम फायर एक्सटिंग्यूसर हो। बुधवार को चेकिंग के दौरान जहां अनियमितता पाई गई सभी को 133 के तहत नोटिस जारी किया जा रहा है।
दीपक शर्मा, सीएफओ कानपुर नगर
चेकिंग में ये कमियां मिलीं
-नियमों के मुताबिक सेटबैक नहीं
-एंट्री एग्जिट के लिए एक ही जीना
-एक्सपायरी फायर एक्सटिंग्यूसर
-होटल, कॉम्पलेक्स में संकरे रास्ते
-आग बुझाने को पानी का सोर्स नहीं
-फायर एनओसी न होना