- दिल्ली से आई आईबी की टीम ने वकील के दर्ज किए बयान, आरोपियों की संपत्तियों की भी जुटा रहे जानकारी

KANPUR: चौबेपुर के बिकरू गांव में बीते साल जुलाई महीने में हुए पुलिस हत्याकांड में पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच के लिए दिल्ली से आई आईबी की एक टीम ने डेरा डाल लिया है। सैटरडे को इस टीम ने नेहरू नगर में रहने वाले शिकायतकर्ता वकील के बयान भी दर्ज किए। साथ ही आरोपी रहे विकास दुबे समेत जय बाजपेई की संपत्तियों की भी जानकारी हासिल की। इस टीम ने बिकरू गांव जाकर वहां के स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की। मालूम हो कि बिकरू कांड को लेकर प्रदेश सरकार की एसआईटी के अलावा ईडी भी जांच कर रही है। बिकरू कांड में पुलिस कर्मियों की संलिप्तता को लेकर एडवोकेट सौरभ भदौरिया ने 56 पुलिस कर्मियों के खिलाफ आईबी दिल्ली जाकर शिकायत दर्ज कराई थी। उन पर विकास दुबे और जय बाजपेई का साथ देने और उनके जरिए संपत्ति बनाने के भी आरोप लगाए थे। इन आरोपों की आईबी ने जांच शुरू कर दी थी।

नहीं हाे सके बयान

बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को मदद पहुंचाने के आरोप में 10 सीओ के खिलाफ चल रही जांच में अब तक एक सीओ ने अपने बयान दर्ज नहीं कराए हैं। जांच अधिकारी ने जब इस बाबत उन्हें रिमाइंडर भेजा तो उनका जवाब आया कि पश्चिमी यूपी में किसान आंदोलन की वजह से वह बयान देने नहीं आ पा रहे हैं। आंदोलन शांत होते ही वह बयान देंगे। मालूम हो कि इस मामले में अब तक 10 में से 9 सीओ के बयान हो चुके हैं। वहीं एक अन्य सीओ अब प्रमोट होकर आईपीएस बन चुके है.उनकी फाइल डीआईजी को भेजी गई है। वहीं जो सीओ किसान आंदोलन का हवाला दे रहे हैं वह कानपुर में सीओ एलआईयू के पद पर तैनात रह चुके हैं।