- कोविड वैक्सीनेशन से पहले हर लाभार्थी को भरना पड़ता फार्म, कई हेल्थ वर्कर्स को होना पड़ा वापस
- कोवैक्सीन लगवाने से पहले तीन पेज का फॉर्म तो कोविशील्ड लगवाने से पहले 8 सवालों के जवाब देने पड़ रहे
KANPUR: कोविड वैक्सीनेशन को लेकर एक तरफ जहां शासन की मदद से लगातार वैक्सीन की डोज भिजवाई जा रही है। वहीं हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स वैक्सीनेशन में दूसरे शहरों के मुकाबले काफी पीछे हैं। कानपुर में कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों ही वैक्सीन हेल्थ वर्कर्स व फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगाई जा रही है,लेकिन इन दोनों वैक्सीन को लगाने से पहले जिस तरह की जानकारियां मांगी जाती हैं वह काफी अलग हैं।
दोनों के लिए अलग जानकारी
कोवैक्सीन लगवाने से पहले और बाद में कुल 3 फार्म भर कर जानकारी देनी होती है। जिसमें एक कंसेंट फॉर्म भी शामिल है। वहीं कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने से पहले 8 तरह के सवालों का हां या नहीं में जवाब देना होता है। बीते कुछ महीनों में शहर के हेल्थ वर्कर्स पर भी कोरोना वायरस का काफी ज्यादा प्रकोप पड़ा है। ऐसे में इन जानकारियों के सामने आने के बाद कई बार हेल्थ वर्कर्स को बिना वैक्सीन लगवाए ही लौटना पड़ता है।
हेल्थ वर्कर्स को क्या परेशानी
शहर के सबसे ज्यादा हेल्थ वर्कर्स जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में हैं। कोरोना वायरस संक्रमण का सबसे ज्यादा प्रकोप भी यहीं के हेल्थ वर्कर्स ने झेला है। यहां 300 से ज्यादा हेल्थ वर्कर्स जिसमें डॉक्टर्स, रेजीडेंट्स, पैरामेडिकल स्टॉफ शामिल है। कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। कोविशील्ड वैक्सीन उन्हीं लोगों को लगाई जाती है। जिन्हें अगर कोरोना संक्रमण हुआ है तो उससे ठीक हुए उन्हें 2 महीने हो चुके हो। अगर किसी को प्लाज्मा थेरेपी मिली हो तो तीन महीने बाद उन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी। ऐसे में कई हेल्थ वर्कर्स जो वैक्सीन लगवाने पहुंचे उन्हें यह जानकारी पढ़ने के बाद बिना वैक्सीन लगवाए ही लौटना पड़ा। क्योंकि उन्हें संक्रमण से ठीक हुए अभी निर्धारित समय नहीं हुअा था।
कोविशील्ड लगवाने से पहले कितने सवाल-
1-आपको पहले कोविड वैक्सीन लगी है?
2-हॉ तो क्या वैक्सीन लगवाने के बाद कोई रिएक्शन या एलर्जी हुई?
3-क्या आपको आजकल गले में खराश, खांसी, सांस फूलना या बुखार जैसे लक्षण हैं?
4-क्या आपको पहले कोरोना संक्रमण हुआ है? अगर हां तो कब ?
5-क्या उसके उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी दी गई?
6-क्या आपको दमा या कोई अन्य एलर्जी तो नहीं?
7-क्या आपको कहीं से ब्लीडिंग तो नहीं होती?
8- महिलाओं के लिए-
क्या आप प्रेगनेंट हैं? आपको प्रेनगेंट होने की संभावना है?
क्या आप शिशु को फीडिंग कराती हैं?
कोवैक्सीन के लगवाने से पहले कितने सवाल-
- कोवैक्सीन को लगवाने से पहले और बाद में तीन तरह के फार्म भरने होते हैं।
- पहला फार्म कंसेंट फार्म होता है। जिसमें वैक्सीन के बारे में जानकारी देने के साथ उसे लगाने के लिए लाभार्थी की सहमति ली जाती है।
- दूसरा फार्म एडवर्स इवेंट फॉर्म होता है। जिसमें वैक्सीन लगाने से पहले लाभार्थी के स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ जानकारियां देनी होती हैं।
- तीसरा फार्म वैक्सीन लगने के बाद अगले 7 दिन तक लाभार्थी को ही भरना पड़ता है। इसमें वह वैक्सीन लगने के बाद अपनी हेल्थ की दिन पर दिन की जानकारी अपडेट करता है।
- इस दौरान लाभार्थी को फोन करके उसकी सेहत का हाल भी जाना जाता है।
हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगवाएं इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मंडल में कानपुर में सबसे कम वैक्सीनेशन हुआ है। इसकी वजहों को तलाश कर उन्हें दूर किया जाएगा।
- डॉ। जीके मिश्रा, एडी हेल्थ, कानपुर मंडल