कानपुर (ब्यूरो) रायपुरवा तेजाब मिल कैंपस के फ्लैट नंबर-57 में रहने वाले 67 साल के शिव कुमार शुक्ला शुक्रवार दोपहर को कानपुर कमिश्नर विजय सिंह मीना के ऑफिस के बाहर अर्धनग्न हालत में धरने पर बैठ गए। शरीर पर लिखा मैं जिंदा हूं। उन्होंने बताया कि उनके बेटे संदीप शुक्ला ने बहू अपर्णा से आजिज होकर 2019 में फांसी लगाकर जान दे दी थी। इसके बाद बहू ने उन्हें कागजों में मृत दिखाकर करीब डेढ़ करोड़ की कीमत की संपत्ति अपने नाम करा ली।

छेडख़ानी की दर्ज कराई रिपोर्ट
विरोध किया तो छेडख़ानी समेत कई मुकदमे दर्ज करवा दिए। इसके बाद मकान दबंग वकीलों को बेच दिया। जबकि मामला कोर्ट में लंबित है और वकील मकान खाली करने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं। धरने पर बैठते ही कानपुर पुलिस कमिश्नर ने मामले का संज्ञान लिया और एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय को जांच दी।

जांच में आरोप सही पाए गए
आरोप सही पाए जाने पर उनके खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमों को खत्म करने का आदेश रायपुरवा थाने की पुलिस को दिया गया। इसके साथ ही मकान से उन्हें कोई बेदखल नहीं कर सकेगा यह भी आश्वासन दिया गया। तब जाकर बुजुर्ग ने धरना समाप्त किया।

मुर्दे पर एफआईआर कैसे
धरने पर बैठे बुजुर्ग ने बताया कि उन्हें मृत दिखाकर बहू ने करोड़ों की संपत्ति हड़प ली साठगांठ में शामिल वकील अब उन्हें धमका रहे हैं। फर्जी एफआईआर दर्ज करा दी है। अगर मैं मर चुका हूं तो एफआईआर कैसे दर्ज हुई। अगर मैं जिंदा हूं तो फिर संपत्ति बहू ने कैसे हड़पकर बेच डाली। पूरे मामले का संज्ञान लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी और फर्जी मुकदमों को खत्म करने का भरोसा दिलाया।

एसीपी बुजुर्ग को घर छोडऩे गए
मामले की जांच कर रहे एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय बुजुर्ग को धरने से उठाकर अपनी गाड़ी से लेकर थाने पहुंचे। पूरे मामले को समझा। इसके बाद उन्होंने खुद अपने हाथ से बुजुर्ग के शरीर पर लिखा मैं जिंदा हूं, को साफ किया। मुकदमा खत्म करने का भरोसा दिलाने के साथ ही अपनी गाड़ी से घर भी छोडऩे गए। इतना ही नहीं बुजुर्ग को आश्वासन दिया कि अगर अब कोई भी उनसे जबरन मकान खाली कराएगा तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके सख्त कार्रवाई की जाएगी।