कानपुर(ब्यूरो)। किसी के मन में सुलगता गुस्सा किसी अपने की ही जान तक ले सकता है। ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है बिधनू के सुरौली में। यहां 6 हजार रुपए को लेकर पति-पत्नी के बीच नोकझोक हुई। जिसमें पति ने पत्नी को पीट दिया। अपने मन में क्रोध को समेटे हुए पत्नी ने इस पिटाई का बदला लेने के लिएजो किया उसे सुनकर लोगों का कलेजा कांप उठा। पति के सीने पर बैठकर पत्नी ने पहले अपने पति का गला दबाकर हत्या की और फिर उस शव को घर के ही दूसरे कमरे में दफना दिया।
ऐसे खुला मामला
दो दिन से बेटे की जानकारी न मिलने पर माता-पिता ने जब बहू से पूछताछ की तो उसने घर का दरवाजा नहीं खोला और कह दिया कि पति कहीं चले गए हैैं। हाव भाव से शक होने पर परिवार वालों ने डॉयल-112 पर जानकारी दी। थाना पुलिस के साथ डॉयल-112 के कर्मचारी जब पड़ोस की छत से उतर कर गए और पत्नी से पूछताछ की तो पत्नी ने पुलिसिया पूछताछ में वारदात का खुलासा कर दिया। पुलिस की सूचना पर फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जमीन खोदवाकर शव निकाला गया। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया। मृतक के पिता की तहरीर पर बहू के खिलाफ हत्या करने और शव छिपाने के साथ पुलिस को बरगलाने का केस दर्ज किया गया।
क्या था मामला
सुरौली निवासी 35 साल का उमेश कुमार यादव एंबुलेंस चालक था। परिवार में पत्नी मोनिका, 10 साल की बेटी रिया और 7 साल का बेटा उत्कर्ष था। घर से चंद कदम की दूरी पर पिता मथुरा प्रसाद और मां शिवदेवी रहती हैैं। परिवार वालों ने बताया कि पति-पत्नी में अक्सर विवाद हुआ करता था। मां शिवदेवी ने बताया कि कुछ दिन पहले उमेश ने घर में पली भैैंस बेची थी। खरीदार ने कुछ रुपये उमेश को दे दिए थे। जबकि 6000 रुपये बाकी थे। उमेश की गैरमौजूदगी में खरीदार मोनिका को 6000 रुपये दे गया था, इसकी जानकारी खरीदार ने फोन पर उमेश को दे दी थी।
पहले पति ने पीट दिया था
मां शिवदेवी ने बताया कि मंगलवार को उमेश घर आया था। मोनिका से छह हजार रुपये को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसमेें उमेश ने मोनिका को पीट दिया था। उसके बाद पति-पत्नी दोनों बच्चों के साथ घर में सो गए थे। बुधवार सुबह उमेश मां के पास पहुंचा और 100 रुपये सब्जी के लिए मांगे। पूछने पर बताया कि मोनिका ने सारे रुपये निकाल लिए हैैं। सब्जी लेने के बाद उमेश जब घर गया तो मोनिका से फिर झगड़ा हुआ। इसके बाद से उमेश का पता नहीं चला।
ऐसे खुला राज
मां शिवदेवी ने बताया कि जब उमेश नहीं दिखा तो वे उसकी जानकारी करने घर पहुंची। मोनिका ने दरवाजा नहीं खोला और अंदर से ही उमेश के जाने की जानकारी दी। हाव भाव से कुछ समझ न आने पर शिवदेवी ने पति को जानकारी दी। पति मथुरा प्रसाद ने शंका जाहिर करते हुए डॉयल-112 पर बेटे की गुमशुदगी की जानकारी दी। पीआरवी के पुलिस कर्मी भी दरवाजा खुलवाने में असफल हुए। इसके बाद थाने को सूचना देकर पुलिस बुलाई गई। पुलिस कर्मियों के पहुंचने पर जब मोनिका ने दरवाजा नहीं खोला तो पुलिस कर्मी छत के रास्ते आंगन में उतर गए। पुलिस कर्मियों ने अंदर जाकर दरवाजा खोला और उमेश के माता-पिता को घर के अंदर किया। तब तक घर के बाहर गांव वालों की भीड़ लग गई थी। उमेश के बारे में पूछताछ करने पर मोनिका ने साफ इनकार कर दिया। पूछताछ के दौरान मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मोनिका टूट गई और उसने हत्या का खुलासा किया।
साहब, गला दबाकर की हत्या
उमेश की हत्या के बारे में जब पुलिस ने मोनिका से पूछताछ की तो मोनिका ने पुलिस को बताया सब्जी लाने के बाद उमेश घर मेें सो गया था। उसने उमेश के सीने पर बैठकर गला दबाना शुरू कर दिया। कमजोर शरीर होने की वजह से उमेश विरोध नहीं कर सका और कुछ देर तड़पने के बाद उमेश ने दम तोड़ दिया। उमेश का शव पड़ा देख मोनिका के हाथ पांव फूल गए। खुद को बचाने के लिए मोनिका ने दूसरे कमरे में गड्ढा खोदा और उसमे पति को दफना दिया। कमरे की मिट्टïी खुदी होने की वजह से किसी को शक न हो, इसलिए खोदी गई जगह पर शव दफनाने के बाद उस पर ऊपर से पलंग रख दिया।
खुलासे से मची सनसनी
उमेश का शव दफन होने की जानकारी मिलने पर गांव वालों और परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलवाया। आंगन की खोदाई कराई गई और उमेश का शव निकलवाया गया। बेटे का शव देखते ही शिवदेवी अचेत हो गईं। फॉरेंसिक टीम ने इविडेेंस कलेक्ट किए और पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद मोनिका को गिरफ्तार कर लिया। उमेश के पिता मथुरा प्रसाद की तहरीर पर मोनिका के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
24 घंटे पति के शव पर बेड डालकर बैठी रही मोनिका
पुलिस के मुताबिक बुधवार सुबह मोनिका ने पति की हत्या कर दी थी। कोई महक न आए, इसके लिए अगरबत्ती और धूपबत्ती का सहारा लिया था। बुधवार सुबह से गुरुवार दोपहर तक पति के शव पर बेड डालकर मोनिका बैठी रही। प्राथमिक पूछताछ में मोनिका ने बताया कि उसने अकेले ही हत्या की है। पुलिस इसकी जानकारी कर रही है कि कहीं हत्या में उसके साथ कोई और तो शामिल नहीं है। पुलिस प्रेम त्रिकोण में हत्या की जांच भी कर रही है।
पिता को घर में तलाशते रहे बच्चे
बुधवार सुबह बच्चे स्कूल गए थे, उसके बाद मोनिका ने वारदात को अंजाम दिया था। दोपहर बाद जब बेटी रिया और बेटा उत्कर्ष घर आए तो अपने पिता की जानकारी की। मोनिका ने बताया कि वे चले गए। बेटी के फोन करने पर जब उमेश का फोन नहीं उठा तो उसके जिद करने पर मोनिका ने बेटी की पिटाई भी कर दी थी। गुरुवार सुबह से ही मोनिका ने दोनों बच्चों को घर से नहीं निकलने दिया था।