- सैटरडे शाम प्राइवेट हॉस्पिटल में चकेरी निवासी जूता कारोबारी ने तोड़ दिया था दम, सीधे घाट भेज कर अंतिम संस्कार

-अंतिम समय पति का चेहरा न देख पाने से परेशान थी पत्नी, 24 घंटे में माता-पिता की मौत से गुमसुम हुआ छह साल का बेटा

KANPUR: शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण ने लोगों को बेहाल कर दिया है। उनके अपने अचानक ही उन्हें छोड़कर जा रहे हैं। परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट रहा है। कई लोगों के लिए इसे बर्दाश्त कर पाना मुश्किल हो रहा है। संडे को ऐसा ही एक मामला सामने आया। पति की कोरोना से मौत का दर्द पत्‍‌नी बर्दाश्त नहीं कर सकी। उसने सैनेटाइजर पी लिया। गंभीर हालत में परिवार वालों ने महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। दो दिन के अंदर एक ही परिवार में दो मौतें होने से परिवार में कोहराम मच गया।

अस्पताल से भेज दी बॉडी

चकेरी के सफीपुर फ‌र्स्ट निवासी कीर्ति त्रिवेदी जूतों का कारोबार करते थे। उनके परिवार में पत्नी अंजली त्रिवेदी और 6 साल का बेटा डुग्गू है। कुछ दिन पहले कीर्ति की तबीयत खराब हो गई थी। जिसकी वजह से परिवार वालों ने उन्हें फ्राईडे को टाटमिल स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। कोरोना की जांच कराने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। सैटरडे शाम कीर्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। अस्पताल से ही बॉडी घाट पर भेजकर अंतिम संस्कार करा दिया गया।

होने लगी उल्िटंया तो

कीर्ति की मौत की जानकारी मिलने पर अंजली डिस्टर्ब थी। परिजनों के मुताबिक अंतिम समय भी पति का चेहरा न देख पाने की वजह से अंजली परेशान थी। संडे घर में लोग कम थे। जिसकी वजह से परेशान अंजली ने सैनेटाइजर पी लिया। चंद मिनटों में उसे उल्टियां होने लगीं। हालत खराब होने पर परिजनों ने उन्हें चकेरी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

मेरा क्या कसूर है

48 घंटे के अंदर पहले पिता और बाद में मां को खोने वाला डुग्गू गुमसुम हो गया। वह समझ तो सब रहा था लेकिन कुछ बोल नहीं पा रहा था। परिवार वाले उसे समझाने की कोशिश करते दिखाई दिए। कभी वह पिता की तस्वीर की तरफ तो कभी मां के मृत शरीर को देखता रहा। शायद वो पूछ रहा था कि मेरी क्या गलत है। आप दोनों मुझे यूं अकेला छोड़कर क्यों चले गए। मम्मी एक बार तो मेरे बारे में सोचा होता।