ये लेख 'काव्स कुजाह' पत्रिका में छपा है और अरबी भाषा में इस नाम का मतलब इंद्रधनुष होता है। ये पत्रिका पांच से 15 साल की उम्र के बच्चों के लिए है।
महिला और पारावारिक मामलों के मंत्रालय का कहना है कि इस लेख से “हिंसा और आतंकवादी विचारों को प्रोत्साहन” मिलता है। पत्रिका में पेट्रोल बम के इतिहास और उसके इस्तेमाल को प्रदर्शित करने के लिए एक कांच की बोतल को जलते हुए दिखाया गया है।
बच्चों को ख़तरा
ये लेख पत्रिका के ‘ज्ञान स्तंभ’ में प्रकाशित हुआ है। लेख में कहा गया है, “ पेट्रोल बम एक कामचलाऊ हथियार है जिसका इस्तेमाल अक्सर दंगों और तोड़फोड़ की गतिविधियों में किया जाता है। इसे बनाना और इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है.”
पारावारिक मामलों के मंत्रालय का कहना है कि पत्रिका “हिंसा और आतंकवादी गतिविधियों में” पेट्रोल बमों के इस्तेमाल को प्रोत्साहन दे कर बच्चों के जीवन को ख़तरे में डाल रही है." मंत्रालय का कहना है कि वो मैजिस्ट्रेट से पत्रिका के प्रकाशकों और इससे जुड़े़ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को कहेगा।
ट्यूनीशिया में हाल में हुई क्रांति के बाद लंबे समय तक सत्ता में रहे राष्ट्रपति बेन अली को देश छोड़ कर भागना पड़ा था। बाद में ट्यूनीशिया से से कई अरब देशों को क्रांति की प्रेरणा मिली। लेकिन ट्यूनीशिया में ही लोग अब भी भ्रष्टाचार और आर्थिक प्रगति न होने के कारण हताश हैं। इसके अलावा देश के कुछ हिस्सों में इस्लामी चरमपंथी सिर उठा रहे हैं। कई जगहों पर हिंसा भी देखने को मिली है जहाँ पेट्रोल बम का अकसर इस्लेमाल होता है।
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