- सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार की अध्यक्षता में बनी टीम
- एजुकेशनल क्वालिटी बढ़ाने के लिए हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट से मिले निर्देश
- 10 मार्च तक शासन को भेजी जाएगी रिपोर्ट, इसके बाद ही ले सकेंगे एडमिशन
- 300 बीएड कॉलेज एफिलिएटेड हैं जिनका अगला महीने से शुरू हो
KANPUR: टीचर बनाने की ट्रेनिंग देने वाला बीएड कॉलेज अपनी कमियां अब नहीं छुपा सकेंगे। नए सेशन से देखा जाएगा कि इन कॉलेजों में पढ़ाने वाले टीचर कितने टैलेंटेड हैं। इसके लिए हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट की ओर से आदेश दिए गए थे। सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार की अध्यक्षता में एक टीम बनाई गई है। जो नए सेशन से इंस्पेक्शन कर टीचर कितने टैलेंटेड है देखेगी। बीएड कॉलेजों का इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टूडेंट की संख्या, उसकी मान्यता की अवधि, सीटें, टीचर्स की संख्या और कॉलेज की पिछले वर्षों की परफारर्मेंस देखी जाएगी। इसके अलावा उनके एग्जाम रिजल्ट का आंकलन भी किया जाएगा।
टीम में कौन-कौन
रजिस्ट्रार के अलावा टीम में डीएम के नॉमिनी एसीएम-6 पीएन सिंह व हायर एजुकेशन आफिसर डॉ। रिपुदमन सिंह को शामिल किया गया है। कॉलेज का रिजल्ट कैसा रहा है यह देखने के लिए पिछले पांच वर्षो का रिकॉर्ड देखा जाएगा। गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी से करीब तीन सौ बीएड कॉलेज एफिलिएटेड हैं। वर्ष 2021-22 के सत्र से पहले इन कॉलेजों की चेकिंग की जाएगी। जबकि इसकी रिपोर्ट हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट महीने भर के अंदर सौंपेगा।
रिपोर्ट के आधार पर ले सकेंगे एडमिशन
इस रिपोर्ट के आधार पर कॉलेजों को नए सेशन में एडमिशन लेने की परमीशन मिलेगी। जिन कॉलेजों में कमियां मिलेंगी उन्हें सुधार का मौका दिया जाएगा। यह रिपोर्ट 10 मार्च तक इंस्पेक्शन करने वाली टीम शासन को भेजेगी। अगर दिए गए समय अंतराल में यह कॉलेज एफिलिएशन से संबंधित डॉक्युमेंट पूरे नहीं दिखा पाते हैं तो उन्हें एडमिशन से रोका जा सकता है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला हायर एजुेशन डिपार्टमेंट लेगा।
क्वालिटी सुधारने के लिए होगी टेस्टिंग
सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार और इंस्पेक्शन करने वाली टीम के अध्यक्ष डॉ। अनिल कुमार यादव ने बताया कि बीएड कॉलेजों की एजुकेशनल क्वालिटी सुधारने के लिए चेकिंग की रूपरेखा तैयार की गई है। पांच ¨बदुओं पर यह निरीक्षण किया जाएगा। इसके अंतर्गत कई और प्वाइंट्स होंगे जिसकी टेस्टिंग टीम करेगी।
यह प्वाइंट्स देखे जाएंगे
-एफिलिएशन, सिलेबस, सीटों का एलॉटमेंट और निर्धारित फीस
-टीचर्स के मानक के अनुसार एजुकेशन क्वालीफिकेशन
-स्टूडेंट की संख्या के रेशियो में क्लासेस की संख्या
-जिस जमीन पर कॉलेज चल रहा है उसकी टेस्टिंग
-सही तथ्यों के साथ मान्यता ली गई है या नहीं