कानपुर (ब्यूरो) सिटी के व्यस्ततम चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस तैनात होने के बावजूद वहां ऑटो, टेंपो व ई-रिक्शा चालक अराजकता करते है। इन पर अंकुश लगाने वाला कोई नहीं है। शासन के आदेश आने के बाद ट्रैफिक पुलिस अभियान चलाकर इनकी अराजकता पर कुछ समय के लिए अंकुश तो लगा पाते है लेकिन बाद में हालात फिर से जस के तस हो जाते है। ट्रैफिक सिस्टम को ध्वस्त करने का सबसे बड़ा कारण ऑटो, टेंपो व ई-रिक्शा चालकों अराजकता भी है।

आईजी गए, आदेश रद्दी की टोकरी में
ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शासन का साफ आदेश है कि चौराहे के चारो ओर 70 मीटर की परिधि में कोई अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। आदेश के तहत कुछ वर्ष पहले कानपुर के तत्कालीन आईजी प्रेम प्रकाश ने चौराहों के 70 मीटर पर पेंट से यलो लाइन खींच कर उस सीमा से सभी तरह के अतिक्रमण खाली करा दिए थे। वहीं स्थानीय थानेदारों को सीमा के अंदर दोबारा अतिक्रमण न हो, इसकी जिम्मेदारी भी सौंपी थी। आईजी प्रेम प्रकाश के ट्रांसफर के बाद यह आदेश भी चौराहों के चारो ओर बनाई गई यलो लाइन की तरह गायब हो चुका है।

फुटपाथ हो चुके गायब
सिटी के व्यस्ततम चौराहों की बात करे तो अधिकतर चौराहों पर फुटपाथ गायब हो चुके हैं। चौराहों के फुटपाथ को स्ट्रीट वेंडर्स ने कब्जा कर रखा है। कई चौराहों के फुटपाथ पर तो पूरी मार्केट संचालित हो रही है। जिसकी वजह से यहां हमेशा जाम लगा रहता है। एक्सीडेंट होने की आशंका भी रहती है। ट्रैफिक पुलिस व नगर निगम को इस गंभीर समस्या पर सख्त नहीं है, जिससे रोड एक्सीडेंट्स व जाम सब ऐसे ही चलता रहेगा।

इन चौराहों पर काबिज अतिक्रमण
- रामादेवी चौराहा
- रावतपुर चौराहा
- यशोदानगर चौराहा
- नौबस्ता चौराहा
- बर्रा-बाईपास चौराहा
- नरौना चौराहा
- कल्याणपुर चौराहा
- जरीब चौकी चौराहा
- विजय नगर चौराहा
- सीटीआई चौराहा

चौराहों पर हुए एक्सीडेंट
- टाटमिल चौराहे पर ई-बस से एक्सीडेंट 6 लोगों की मौत
- टाटमिल चौराहे पर ई-बस से एक्सीडेंट 9 लोग घायल
- रामादेवी चौराहा पर ट्रक ने बाइक सवार युवक को रौंदा दिया था
- रामादेवी चौराहे पर ट्रक ने पैदल यात्री को रौंद दिया था
- नौबस्ता चौराहे पर छह माह पूर्व ट्रक ने महिला को रौंद दिया था
- कल्याणपुर में ट्रक ने बाइक सवार शिक्षिका को रौंद दिया था
- नरौना चौराहे पर कुछ माह पूर्व ट्रक ने मां व बेटे को रौंद दिया था