- उन्नाव के बांगरमऊ से आई एचआईवी संक्रमित वृद्धा बोली, 10 रुपए देकर कराया था इलाज
ताउम्र का रोग दे दिया
बुधवार को भी एक 62 वर्षीय वृद्धा इलाज के लिए पहुंची। उसने डॉक्टर्स को जो बात बताई उससे साफ हो गया कि कैसे इलाज की सुविधाएं नहीं होने से गांव के लोग एक मोटरसाइकिल पर क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप से इलाज कराते गए और एचआईवी का शिकार बनते रहे। वृद्धा को 10 रुपए में इंजेक्शन लगा कर सही करने का दावा करने वाले झोलाछाप ने उन्हें अब ताउम्र का रोग दे दिया है। सीनियर कंसल्टेंट डॉ। चमन ने बताया कि वृद्धा की काउंसिलिंग कराई गई है। उसे अभी फर्स्ट लाइन की दवाएं दी जाएंगी.
जो भागा था, कहीं उसने तो
उन्नाव के बांगरमऊ से आए मरीजों में 15 साल की उम्र से लेकर 65 साल तक के मरीजों की सीडी-4 जांच में एचआईवी पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। डॉक्टर्स के मुताबिक एक को छोड़ किसी भी मरीज को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी। जनवरी में आए एक युवक को भी जब एचआईवी की पुष्टि होने के बाद हालत गंभीर होने पर हैलट में भर्ती कराने को भेजा गया तो वह वहां से भाग गया। डॉक्टर्स के मुताबिक उसकी हालत बेहद नाजुक थी, लेकिन उसमें गुस्सा भी था। इसके बाद लगातार कई मामले सामने आए। ऐसे में आशंका है कि कहीं गुस्से में उसने तो इस बीमारी को और नहीं फैला दिया। स्थिति को समझने के लिए बुधवार को ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ। एके सिंघल समेत नाको की टीम ने बांगरमऊ के गांव में कैंप लगाया।