- अपराधियों की ट्रेसिंग के लिए रेलवे के प्रयागराज डिवीजन ने खुद का साइबर सेल तैयार किया
- आधुनिक उपकरणों से लैस साइबर सेल वारदातों के जल्द खुलासे में करेगी रेलवे की मदद
KANPUR। ट्रेनों में पैसेंजर्स से होने वाली मोबाइल लूट, चोरी व डकैती की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। प्रयागराज डिवीजन ने चोरी हुए मोबाइल की ट्रेसिंग व अपराधियों के मोबाइल की कॉल डिटेल संबंधित अन्य जानकारी करने के लिए खुद का साइबर सेल गठित किया है। इसको लेकर कानपुर समेत प्रयागराज डिवीजन के अंतर्गत आने वाले स्टेशनों में पर तैनात आरपीएफ स्टाफ को टेक्निकल ट्रेनिंग दी जा रही है।
डिजिटल और हाइटेक जांच
एनसीआर रीजन के सीपीआरओ डॉ। शिवम शर्मा ने बताया कि फारेंसिक साक्ष्य जुटाने, डिजिटल और हाइटेक जांच करने के उद्देश्य से प्रयागराज डिवीजन में साइबर सेल खोला गया है। कई मामलों में रेलवे को पुलिस की मदद लेनी पड़ती थी। अब रेलवे का अपना साइबर सेल है। आधुनिक उपकरणों से लैस साइबर सेल अब अपराधिक वारदातों का जल्द खुलासा करने में रेलवे के लिए मददगार होगा।
कानपुर की टीम लेगी ट्रेनिंग
आरपीएफ इंस्पेक्टर पीके ओझा ने बताया कि कानपुर परिक्षेत्र में ट्रेनों में होने वाली अपराधिक घटनाओं पर साइबर सेल की मदद से अंकुश लगाया जाएगा। उन्होने बताया की टेक्निकल ट्रेनिंग के लिए कानपुर से आरपीएफ एसआई राहुल यादव के अलावा छह सदस्यीय टीम का चयन किया गया है। जिनकी ट्रेनिंग अगले सप्ताह से शुरू होगी।
सीडीआर और आईपीडीआर भी
साइबर सेल में फारेंसिक फाल्कन, सीडीआर, आईपीडीआर और डंप डेटा एनालाइजर आदि उपकरण उपलब्ध है। जिससे डिजिटल साक्ष्य जुटाने में काफी मददगार होगा। सेल में तैनात टीम टाउटिंग रोकने में प्रभावी और पैसेंजर्स सामान की चोरी का विश्लेषण, काल डिटेल रिकार्ड, टावर डंप डेटा और लोकेशन आदि का पता लगाएगी। इसस अपराध करने वालों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सकेगा।
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एक नजर
- ट्रेनों में होने वाले अपराध में सबसे अधिक मामले मोबाइल चोरी व लूट के
- अभी तक मोबाइल को ट्रैक करने में जिला पुलिस की मदद लेनी पड़ती थी
- रेलवे के साइबर सेल की हेल्प से अब अपराधियों को जल्द पकड़ा जा सकेगा।
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4 सदस्यीय टीम को साइबर सेल में तैनात किया गया
1 एसआई समेत छह सदस्यीय कानपुर आरपीएफ की टीम लेगी ट्रेनिंग
65 परसेंट ट्रेनों में होने वाला अपराध मोबाइल चोरी व लूट का
70 जोड़ी पैसेंजर्स ट्रेनों का आवागमन डेली कानपुर से
30 हजार से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन वर्तमान में
'' ट्रेनों में होने वाले क्राइम पर हाइटेक तरीके से शिकंजा कसने की तैयारी कर ली गई है। यहीं कारण है की रेलवे ने खुद का साइबर सेल तैयार किया है। कानपुर समेत अन्य बड़े स्टेशंस में तैनात आरपीएफ टीम को टेक्निकल ट्रेनिंग दी जाएगी.''
डॉ। शिवम शर्मा, सीपीआरओ, एनसीआर