- शासन की सख्ती और डिमांड बढ़ने से शहर में शुरू हुआ फर्जी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का खेल

- आरटीओ ऑफिस की नाक के नीचे ही नंबर प्लेट की ऑनलाइन बुकिंग में डुप्लीकेट प्लेट का भी ऑफर

-प्लेट जल्दी लगवाने के लिए आटोमोबाइल शोरूम कर रहे कमाई, निर्धारित फीस से तीन गुना तक हो रही वसूली

KANPUR: वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अब कंपल्सरी हो गई है। 30 नवंबर के बाद से अब हर गाड़ी में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट ही लगेगी, लेकिन सिटी में ऐसे लाखों वाहन है जो कि बिना एचएसआरपी के चल रहे हैं। एचएसआरपी बनवाने का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन है। नंबर प्लेट की बुकिंग से लेकर उसकी फीस भी ऑनलाइन ही जमा होती है। सिर्फ नंबर प्लेट की डिलीवरी वाहन कंपनी के डीलर के शोरूम में होती है। अब लास्ट डेट निकल गई है और नंबर प्लेट की बुकिंग में लंबी वेटिंग है तो कुछ लोगों ने इसका फायदा उठा कर कमाई करने का तरीका भी निकाल लिया है।

जानिए खेल की पूरी हकीकत

लगातर मिल रही शिकायतों के बाद दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रिपोर्टर ने हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को जल्दी और कम पैसे में लगवाने के लिए कई डीलरों से और आरटीओ ऑफिस के पास कई दलालों से बात की। जिसमें पता चला कि कुछ डीलर नंबर प्लेट जल्दी लगवाने का दावा करते हुए ओनर से मनमाने चार्ज वसूल कर रहे हैं। वहीं आरटीओ के पास चुनिंदा ब्रोकर तो हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की जगह दो-तीन दिन में ही उसके जैसी डुप्लीकेट नंबर प्लेट दिलवाने का भी दावा करते हैं। आईनेक्स्ट रिपोर्टर के इस स्टिंग में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के खेल की पूरी हकीकत आपको बताने जा रहा है।

-रिपोर्टर की फोन पर शोरूम के रिप्रेजेंटेटिव से बातचीत

-समय सैटरडे दोपहर 2.14 बजे

रिपोर्टर- हैलो मैं अंकित बोल रहा हूं। मुझे अपनी कार के लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट चाहिए। इसका क्या प्रोसेस और चार्जेस हैं?

रिप्रेजेंटेटिव- आपकी कार का मॉडल क्या है और कब ली थी?

रिपोर्टर- टाटा टियागो एक्सजेड है। साल 2017 में ली थी।

रिप्रेजेंटेटिव- हां फिर तो आपको जल्दी ही हाई सिक्योरिटी वाली नंबर प्लेट लगवानी पड़ेगी। नहीं तो आगे कहीं बाहर जाएंगे तो बेवजह प्रॉब्लम होगी।

रिपोर्टर - तभी तो आपको फोन किया है। कैसे क्या करना है। कितने दिन में मिलेगी नंबर प्लेट, कितना चार्ज लगेगा? जल्दी मिल सकती है नंबर प्लेट?

रिप्रेजेंटेटिव- देखिए, सारा प्रॉसेस तो आनलाइन ही है। पहले बनवाते तो जल्दी मिल जाती,लेकिन अब तो काफी वेटिंग आ रही है।

रिपोर्टर- तभी तो आपसे पूछ रहा हूं क्या कोई ऐसा तरीका नहीं कि जल्दी नंबर प्लेट मिल जाए।

सेल्स रिप्रेजेंटेटिव- हमारे यहां कार की नंबर प्लेट के लिए 2 हजार रुपए चार्ज है। गाड़ी की आरसी और आधार देना होगा।

रिपोर्टर- दरअसल, मुझे बाहर जाना है गाड़ी से। इस वजह से जल्दी कर रहा हूं। आपके यहां से तो हमने कार भी खरीदी है और बाइक भी सर्विस भी कराते हैं।

रिप्रेजेंटेटिव- सर, मैं पूरी कोशिश करूंगा की प्लेट एक हफ्ते में मिल जाए। हां अगर कुछ एक्सट्रा पे करेंगे तो काम ज्यादा आसानी से हो जाएगा।

रिपोर्टर- दो हजार तो पहले ही ले रहे हैं। कार की नंबर प्लेट के रेट तो एक हजार से भी कम हैं। फिर भी एक्सट्रा लगेगा?

रिप्रेजेंटेटिव- लंबी वेटिंग चल रही है। ऐसे में बिना सिस्टम से कैसे जल्दी काम होगा।

रिपोर्टर- कैसा सिस्टम?

रिप्रेजेंटेटिव- एक सिस्टम है। जिससे एक हफ्ते में नंबर प्लेट मिल जाएगी, लेकिन 2500 रुपए देने होंगे।

रिपोर्टर- ठीक है मुझे जल्दी है तो मैं कल आपको दोनों कागज दे दूंगा।

(शहर के नामी कार व बाइक शोरूम के जीटी रोड स्थित शोरूम व वर्कशाप के सेल्स रिप्रेजेंटेटिव से बातचीतत)

आरटीओ ऑफिस के पास ऑनलाइन फार्म भरने वाली शॉप के ओनर से बातचीत

समय- मंडे सुबह 12 बजे।

रिपोर्टर- भईया, मुझे हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनवानी है। आपके यहां काम हो जाएगा?

शॉप ओनर- हां, पूरा प्रोसेस ऑनलाइन ही है। यहां यही तो होता है?

रिपोर्टर-भईया मुझे प्लेट जल्दी चाहिए। कैसे भी करके हफ्ते भर में दे दो।

शॉप ओनर- भईया नंबर प्लेट मेरे पास तो बनती नहीं है। मेरे यहां ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं उसकी फीस जमा हो जाती है। इसके बाद आप शोरूम से नंबर प्लेट ले सकते हैं।

रिपोर्टर- आपके यहां तो मैंने सुना है सब काम जल्दी हो जाता है? इसे भी देख लो। जो चार्ज होगा देख लिया जाएगा।

शॉप ओनर- आपकी कार है या बाइक किस कंपनी की है?

रिपोर्टर- कार है। टाटा टियागो 2017 मॉडल

शॉप ओनर- देखिए टाटा की कारें कम बिकती हैं तो एक संभावना है कि प्लेट जल्दी बन जाए। बाकी हम भी कोशिश करेंगे कि 5,6 दिन में आपका काम हो जाए।

रिपोर्टर- खर्चा कितना आएगा।

शॉप ओनर- मेरी फीस और ऑनलाइन फीस मिला कर 1800 दे देना। बाकी एक और सिस्टम है। बिल्कुल ओरिजनल नंबर प्लेट बन जाएगी।

रिपोर्टर- बिल्कुल ओरिजनल वाली मतलब? डूप्लीकेट?

शॉप ओनर- अरे कोई फर्क नहीं है। बस होलोग्राम का खेल है। बाकी आपकी ही गाड़ी का तो नंबर होगा उसमें तो होगी तो वह ओरिजनल नंबर प्लेट ही।

रिपोर्टर- ये वाली कितने की पडे़गी?

शॉप ओनर- दो तीन दिन का वक्त लगेगा। 1200 से 1500 रुपए की पडे़गी.

ऑनलाइन ही होता है पेमेंट

यूपी में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट बनाने का काम रोस्मेर्टा सेफ्टी सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के पास है। एचएसआरपी के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना होता है। जिसके बाद कार और बाइक की एचएसआरपी के लिए अलग अलग यूजर चार्ज भी ऑनलाइन ही पे करना होता है। अभी कारों के लिए फीस 781 और टू व्हीलर्स के लिए 300 रुपए है

ओरिजनल एचएसआरपी की पहचान-

-प्लेट के एक साइड पर क्रोमियम बेस्ड 20एमएम बाई 20एमएम का होलोग्राम ब्लू कलर में लगा होता है। इस होलोग्राम में अशोक चक्र बना होता है।

- हर एचएसआरपी पर नीचे बाएं कोने पर एक 10 डिजिट का पिन कोड लेजर से प्रिंट रहता है। यह कोड उस गाड़ी की डिटेल्स जैसे चेसिस नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज होने के बाद भी ऑनलाइन सिस्टम से जेनरेट होता है

- हर एचएसआरपी में नॉन रिमूवेबल स्नैप ऑन लॉक से गाड़ी से जुड़ी हेाती है। इसलिए इसे निकाल पाना संभव नहीं होता है।