- पशुपालन विभाग ने गठित की रैपिड रिस्पांस टास्क फोर्स, वायरस के प्रभाव को चेक करने के लिए पक्षियों के लिए जाएंगे सैंपल

KANPUR: राजस्थान, हरियाणा में बर्ड फ्लू की वजह से पक्षियों की मौत के बाद अब यूपी में भी इसके लिए अलर्ट जारी किया गया है। कानपुर में भी पशुपालन विभाग की ओर से इस बाबत अलर्ट होने के बाद तैयारियां तेज कर दी गई हैं.जिसके तहत अब बर्ड फ्लू के मामलों को देखते हुए एक रैपिड रिस्पांस टास्क फोर्स भी बनाई जा रही है। इसके अलावा पक्षियों की सर्विलांस के लिए भी एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। एक दो दिन में विभाग की टीमें पक्षियों के स्वॉव के सैंपल भी लेगी। जिसे जांच के लिए बरेली स्थित पक्षी अनुसंधान संस्थान की लैब में भेजा जाएगा।

अलर्ट में क्या खास?

- बर्ड फ्लू के एच-भ् और एच-भ्एन-8 स्टेन का एवियन इंफ्लूएंजा अभी मिला है।

- बतखों और मुर्गियों की बायोनिक्यूरिटी का पूरी तरह से पालन किया जाए।

- बतखों और पोल्ट्री फार्मो में की जिलावार सूची तैयार की जाए.उनकी मुख्यालय से दूरी का भी डाटा बनाएं।

- बतख,मुर्गी और प्रवासी पक्षियों की सर्विलांस तेज की जाए। बैकयार्ड, बर्ड सेंचुरी, जू, पोल्ट्री फार्मो और पोल्ट्री की दुकानों पर विशेष सर्विलांस रखा जाए।

- इस वायरस के क्ब्ब् सबटाइप हैं। पक्षियों के साथ यह घोड़े, सुअर और बंदर को भी बीमार कर सकता है।

- पक्षियों के सीरम सैंपलों की रैंडम जांच कराई जाए। सैंपल बरेली स्थित सेंट्रल एवियन रिसर्च इंस्टीटयूट की कार्डराड लैब भेजे जाएं।

क्या है बर्ड फ्लू?

यह पक्षियों में वायरल इंफेक्शन की वजह से होने वाली बीमारी है जोकि स्पीसीज बैरियर को क्रास कर इंसानों को भी इंफेक्ट करती है। कोरोना वायरस और स्वाइन फ्लू की तरह की यह इंसानों के लंग्स पर ही असर डालता है।

इंसानों में कैसे फैलता है-

पक्षी की बीट के संपर्क में आने से या हवा के जरिए।

पक्षियों में इंफेक्शन के लक्षण-

- कलगी व पैरों का बैंगनी हो जाना, पक्षियों के गर्दन और आंखों के निचले हिस्से में सूजन

- हरे और लाल रंग की बीट

इंसानों में लक्षण-

- सर्दी,जुकाम और खांसी आना

- गले में खराश, मसल्स में पेन और सांस लेने में दिक्कत होना, मल्टी आर्गन फेल्योर भी कई बार

ऐसे करें बचाव-

- बर्ड फार्म, बर्ड सेंचुरी, किसी जलाशय या झील के पास जाने से बचे

- पक्षी फार्म या सुअर पालन से बचे

- अंडे और मांस को खूब पका कर खाएं

शासन से एडवाइजरी मिली है। कानपुर में पक्षियों की आबादी फ्.भ् लाख के करीब है। सभी वेटनरी डॉक्टर्स को इस अलर्ट के बारे में जानकारी दी गई है। साथ ही एक टास्क फोर्स का गठन कर जल्द पक्षियों की रैंडम जांच भी कराई जाएगी।

- एपी वर्मा,मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी, कानपुर नगर