कानपुर (ब्यूरो) पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में प्रधानी के चुनाव हों या शहर के निकाय चुनाव। कभी कभी छोटे विवाद भी बड़ा रूप धारण कर लेते हैैं और शहर का माहौल खराब हो जाता है। इन विवादों को पुलिस अधिकारियों की मदद से निपटाने में इन चौकीदारों का विशेष योगदान रहेगा। झांसी और लखनऊ में हो रही ट्रेनिंग में इन चौकीदारों को फिजिकल के साथ मेंटल भी मजबूत किया जा रहा है। 45 दिन की ट्रेनिंग में इन्हें पुलिस के साथ मिल कर काम करने का तौर तरीका सिखाया जा रहा है।
पुलिस-पब्लिक के बीच बनेंगे कड़ी
अधिकारियों के मुताबिक आम आदमी पुलिस के सामने जाने मेें घबराता है और अपना पक्ष भी नहीं रख पाता है। जिससे कई बार पुलिस की छवि भी खराब हो जाती है। आम आदमी और पुलिस के बीच की दूरी को कम करने में इन चौकीदारों का बड़ा योगदान होगा। ये आम लोगों की बात पुलिस अधिकारियों के सामने रखेंगे, जिससे पीडि़त पक्ष को न्याय मिल सके।
नशे पर लगेगी लगाम
पुलिस अधिकारियों की माने तो हाईटेक चौकीदार के पास इलाके में घूम-घूम कर अराजक तत्वों पर निगाह रखने की जिम्मेदारी होगी। इलाके में अवैध रूप से बनने वाली शराब, चरस, गांजे समेत नशीले पदार्थों की बिक्री करने वालों की भी जानकारी चौकीदार के पास होगी। इस दौरान इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि कहीं चौकीदार द्वेषवश काम न कर रहा हो।
ये होंगी जिम्मेदारियां
- इलाके में होने वाले पॉलिटिकल कार्यक्रमों की एलआईयू को देंगे जानकारी
- बीट पुलिसकर्मियों के संपर्क में रह कर देंगे इलाके के अराजक तत्वों की जानकारी।
- पुलिस कमिश्नर से लेकर थाने के मुंशी तक के सीधे संपर्क में रहेंगे हाईटेक चौकीदार
- सिटी में जाम लगने के दौरान जाम खुलवाने में करेंगे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की हेल्प।
- हाईपर सेंसिटिव और सेंसिटिव थाना क्षेत्रों में रखेंगे पैनी निगाह, देंगे पुलिस को जानकारी
- बिना सिक्योरिटी वाले बैैंकों और एटीएम बूथों पर भी रखेंगे निगाह, साइकिल से करेंगे मूवमेंट
ये होंगी हाईटेक चौकीदार की योग्यता
- फिजिकली फिट होना चाहिए
- परिवार में कोई अपराधी न हो
- थानाक्षेत्र से भलीभांति परिचित हो
- उम्र 18 से 30 साल तक की रहेगी
- कम से कम इंटर पास होना चाहिए
- किसी भी थाने में कोई केस दर्ज न हो
- एंड्रायड फोन ऑपरेट करना आना चाहिए
- क्रिमिनल एक्टिविटी में संलिप्त न हुआ हो
- सोशल मीडिया प्लेटफार्म की होगी जानकारी
- किसी भी सरकारी या निजी बैैंक में खाता हो
- कम से कम राजपत्रित अधिकारी का बनाया चरित्र प्रमाण पत्र हो
थानों में चौकीदार का रोल पुराना है। शासन के आदेश के मुताबिक नए चौकीदारों की तैनाती की जा रही है। इन्हें एंड्रायड फोन दिया जाएगा और इनकी जिम्मेदारियां बढ़ाई जाएंगी। जल्द ही ट्रेनिंग के बाद इनकी तैनाती थानों में की जाएगी।
- भानू भास्कर, एडीजी जोन
- कुल थाने : 53
- शहर के थाने : 39
- ग्रामीण इलाकों के थाने : 14
- शहर के थानों में चौकीदारों की संख्या : 156
- ग्रामीण इलाकों में चौकीदारों की संख्या: 56
1 से 25 दिसंबर तक हुए क्राइम
- डकैती : 01
- चोरी : 24
- लूट : 15
- हत्या : 05
- छिनैती : 08
- मारपीट : 34