कानपुर (ब्यूरो) उन्होनें कहा कि हार्ट अटैक, हार्ट ब्लॉक, हार्ट फेल तीनों अलग हैं और इनके इलाज भी अलग है। उन्होंने ह्रदय के संबध में समय को सबसे महत्वपूर्ण बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि सही समय पर डॉक्टर के पास पहुंचने से मरीज की जान बचने की संभावना ज्यादा रहती है। इसके साथ ही उन्होंनें ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम , सही खानपान और तनाव मुक्त दिनचर्या को भी अपनाने को कहा।
दिल का रखें खास ख्याल
प्रति कुलपति प्रो। सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि जो लोग दिल से काम करते हैं, वह अपने कार्य के साथ जुड़ाव महसूस करते हैं। इसलिए हमें अपने दिल का खास ध्यान रखना चाहिए। कवि मुकेश श्रीवास्तव ने ह्रदय को संवेदनाओं का गढ़ बताया। इस मौके पर अपराध मुक्त सामाजिक चिकित्सा समिति के चेयरमैन आशुतोष वाजपेई, डॉ। पंकज, डॉ। शशिकान्त त्रिपाठी, योगेश वाजपेयी, डॉ। पूजा सिंह, डॉ। पीएन त्रिवेदी, डॉ। प्रशान्त मिश्र, आशीष वर्मा, मनीष चौबे, डॉ योगेन्द्र पाण्डेय, डॉ। ममता तिवारी एवं डॉ। शिल्पा कायस्था आदि मौजूद रहे।