-कार्डियोलॉजी की मेन बिल्डिंग को आग से बड़ा नुकसान, पहली बार कई घंटे बंद रही इमरजेंसी
KANPUR: सूबे के सबसे बड़े हार्ट सेंटर का दर्जा रखने वाले एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी में आग की वजह से पूरी पहली बार पूरा ट्रीटमेंट ठप हो गया। कार्डियोलॉजी की इमरजेंसी आग की वजह से खाली करा ली गई। इसके अलावा फर्स्ट और सेकेंड फ्लोर पर भी धुंए का असर रहा। इस वजह से कैथलैब, आईसीसीयू कार्डियक वार्ड को बंद करना पड़ा है। 25 बेड से ज्यादा की क्षमता वाला आईसीसीयू आग की वजह से पूरी तरह से तबाह हो गया है। सबसे ज्यादा क्रिटिकल पेशेंट्स आईसीसीयू में ही रखे जाते हैं.वहीं शाम को कार्डियोलॉजी के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित इमरजेंसी सेवाओं को आंशिक रुप से शुरू कर दिया गया। 4.30 बजे के करीब कुछ पेशेंट्स को भर्ती किया गया। साथ ही इमरजेंसी के सामने स्थित एचडीयू को साफ कर उसमें भी बेड लगा ि1दए गए।
हैलट में ओपीडी और इमरजेंसी
कार्डियोलॉजी में आग लगने के बाद आनन फानन में हार्ट पेशेंट्स को हैलट अस्पताल शिफ्ट किया गया। 31 पेशेंट्स को हैलट के वार्ड-3 में रखा गया। जबकि 25 पेशेंट्स को न्यूरो साइंस सेटर में शिफ्ट किया गया है। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ.आरबी कमल ने न्यूरो साइंस सेंटर में ही हार्ट पेशेंट्स का इलाज कराने की व्यवस्था के निर्देश दिए है। इसी के साथ कार्डियोलॉजी के स्टाफ और डॉक्टर्स को भी वहंा भेजा है।
कार्डियक पेशेंट्स की बढ़ी परेशानी
कानपुर समेत आसपास के कई जिलों के हार्ट पेशेंट्स एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी में ही दिखाने आते हैं। यहां आग की घटना के बाद इमरजेंसी सर्विसेस पर असर पड़ा साथ ही कैथलैब, ओटी समेत एचडीयू भी बंद हो गए.जिससे मरीजों के जरूरी प्रोसीजर पर संकट खड़ा हो गया है। कार्डियोलॉजी की रोज की औसत ओपीडी 800 पेशेंट्स की हेाती है। ओपीडी सर्विसेस दोबारा कैसे रिज्यूम होगी यह बड़ा सवाल है। होली की वजह से अभी पेशेंट्स का लोड कम है,लेकिन सामान्य तरीके से काम शुरू होने में समय लग सकता है।