कानपुर (ब्यूरो) राजू के भाई काजू ने बताया कि राजू श्रीवास्तव का पार्थिव शरीर एम्स से दिल्ली के दरशरथपुरी स्थित बड़े भाई के घर ले जाया गया है। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के द्वारका में होगा। ज्यादातर घरवाले पहले से वहां हैं। इसके बाद वो भी परिवार के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
राजू उनके दोस्तों की जुबानी
अन्नू अवस्थी बोले- भगवान ने हमें 41 दिन का मौका दिया था
हास्य कालाकार अन्नू अवस्थी को जैसे ही राजू की मौत की खबर मिली वो भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मैं उन्नाव में कविता सुना रहा था, तभी मुझे ये जानकारी मिली। मैं निशब्द हो गया। भगवान ने हमें 41 दिन का मौका दिया। तब भी हम उसे बचा नहीं पाए।
राजू तेरी यारी को खुदा जाना
उनके दोस्त महबूब कहते है कि राजू, हम और ज्ञानेश साथ में गाना गाते थे। दुखी होकर उन्होंने लाइन गाई मेरी जिंदगी संवारी, मुझको गले लगाकर, राजू तेरी यारी को, हमने तो खुदा जाना आज कानपुर की धरोहर चली गई। हमारी आंखों में आंसू देकर चले गए।
सदन में 2 मिनट का मौन
विधानसभा में अध्यक्ष ने राजू श्रीवास्तव को श्रद्धांजलि दी। सतीश महाना ने सदन में कहा-राजू श्रीवास्तव हमारे बीच नहीं रहे हैं। वो कॉमेडी किंग थे। कानपुर से मुंबई तक उन्होंने अपनी मेहनत के बदौलत मुकाम हासिल किया। सरल स्वभाव के राजू को सभी पसंद करते थे। इसके बाद सदन में 2 मिनट का मौन रखा गया।
कानपुर से मुंबई तक सफर
सर्वाइवल के लिए चलाना पड़ा ऑटो
राजू श्रीवास्तव का असली नाम सत्य प्रकाश श्रीवास्तव है। उनका जन्म 25 दिसंबर 1963 को कानपुर के नयापुरवा में हुआ था। उन्होंने 1993 में हास्य की दुनिया में कदम रखा। 1980 में वो घर छोड़कर कानपुर से मुंबई गए थे। मुंबई में कुछ दिन गुजर बसर के बाद जब पैसे खत्म हो गए तो उन्होंने ऑटो चलाना शुरू किया। उनके दोस्त श्याम शुक्ला ने बताया कि ऑटो में ही उन्हें पहले स्टैंडअप कॉमेडी शो का मौका मिला था। इसके लिए उन्हें 50 रुपए मिले थे।
पिता भी थे हास्य कवि
राजू के पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव उर्फ बलई काका हास्य के बड़े कवि थे। वे उनके साथ कार्यक्रमों में भी जाया करते थे। उन्होंने बचपन में ही कॉमेडियन बनने का फैसला कर लिया था। कानपुर में उनके पैतृक आवास को काका कोठी के नाम से जाना जाता है। उनकी मां का नाम सरस्वती श्रीवास्तव था। दोनों का निधन हो चुका है। राजू श्रीवास्तव सात भाई बहनों में 4 नंबर पर थे। उनके पिता कवि थे। आज भी नयापुरवा में उनका पैतृक निवास है। परिवार के लोग वहीं पर रहते हैं। 17 मई 1993 को उनकी शादी इटावा की रहने वाली शिखा श्रीवास्तव के साथ हुई थी। उनके एक बेटा आयुष्मान श्रीवास्तव (स्टूडेंट और सितार वादक) और एक बेटी अंतरा श्रीवास्तव (असिस्टेंट डायरेक्टर) हैं।
राजू का कॅरियर
डीडी नेशनल के शो से हुए मशहूर
फिल्मों में आने से पहले राजू श्रीवास्तव डीडी नेशनल के मशहूर शो टी टाइम मनोरंजन का हिस्सा बने। यहां से उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। 2005 में शुरू हुए द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर शो में पहली बार राजू ने गजोधर कैरेक्टर पर कॉमेडी की। इसे लोगों ने खूब पसंद किया। गजोधर, संकठा, बिरजू जैसे कैरेक्टर के माध्यम से राजू ने लोगों को खूब हंसाया।
तेजाब फिल्म से बॉलीवुड में एंट्री
राजू ने फिल्म तेजाब से बॉलीवुड में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की, जिसे 1988 में रिलीज किया गया था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों जैसे मैंने प्यार किया, बाजीगर, आमदनी अठन्नी खर्चा रुपया, बिग ब्रदर, बॉम्बे टू गोवा आदि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कुल 16 फिल्मों और 14 टीवी शो में काम किया।
कॉमेडी से कमाया बड़ा नाम
राजू ने द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज, एक स्टैंड-अप कॉमेडी शो से सबसे बड़ी सफलता हासिल की। जिसमें वह सेकेंड रनर-अप थे।
इन फिल्मों में किया काम
तेजाब, मैंने प्यार किया, बाजीगर, मिस्टर आजाद, अभय, आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैय्या, वाह तेरा क्या कहना, मैं प्रेम की देवानी हूं, विद्यार्थी: द पावर ऑफ स्टूडेंट्स, जहां जाएंगे हमें पाएंगे, बिग ब्रदर, बॉम्बे टू गोवा, भावनाओं को समझो, बारूद, टॉयलेट एक प्रेम कथा और फिरंगी।
इन टीवी शो में किया काम
राजू ने साल 2006 में स्टैंड अप कॉमेडी शो द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज में अपनी प्रतिभा दिखाकर देश भर के चहेते बन गए। इस शो में वह सेकेंड रनर-अप थे। लेकिन, उन्हें विनर से ज्यादा शोहरत मिली। इसके अलावा उन्होंने टी टाइम मनोरंजन, बिग बॉस, शक्तिमान, मस्ती टीवी, राजू हाजिर हों, कॉमेडी का महा मुकाबला, कॉमेडी सर्कस, देख भाई देख, लाफ इंडिया लाफ, नच बलिये, कॉमेडी नाइट्स विद कपिल, अदालत, गैंग्स ऑफ हासीपुर में काम किया। इसके अलावा देश विदेश में उनके शो चलते रहते थे।
पॉलिटिक्स में भी कामयाबी
राजू ने कॉमेडी व अभिनय के साथ पॉलिटिक्स में भी खूब नाम कमाया। प्रदेश की मौजूदा बीजेपी सरकार में उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था। वह उ.प्र। फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष थे। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कानपुर लोकसभा सीट से उन्हें मैदान में उतारा था। लेकिन राजू ने 11 मार्च 2014 को यह कहते हुए टिकट वापस कर दिया कि उन्हें पार्टी की स्थानीय इकाइयों से समर्थन नहीं मिल रहा है। जिसके बाद 19 मार्च 2014 को वह बीजेपी में शामिल हो गए।
हार्ट अटैक के बाद पीएमओ लेता रहा अपडेट
10 अगस्त : दिल्ली में हार्ट अटैक आया
राजू के पीआरओ गर्वित नारंग ने बताया कि राजू श्रीवास्तव दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के लिए आए थे। उनकी मुलाकात का समय तय था। वो होटल में रुके थे। कमरे में कुछ देर रुकने के बाद बुधवार सुबह वे जिम करने चले गए। वहीं पर हार्ट अटैक आया। उसी दिन शाम को डॉक्टर्स ने उनकी एंजियोप्लास्टी की, लेकिन उनका ब्रेन रिस्पांस नहीं कर रहा था। पल्स भी 60-65 के बीच थी। राजू का हाल जानने के लिए कानपुर से पूर्व विधायक सतीश निगम भी एम्स पहुंचे थे। उन्नाव सदर से विधायक पंकज गुप्ता ने फोन पर उनका हालचाल लिया। पीएमओ और यूपी सीएम ऑफिस से लगातार उनका अपडेट लिया जा रहा था।
13 अगस्त : बिग बी ने भेजा संदेश
अमिताभ बच्चन यानी बिग बी ने राजू श्रीवास्तव को खास ऑडियो संदेश भेजा था। इसमें अमिताभ कह रहे हैं- राजू उठो, बस बहुत हुआ, अभी बहुत काम करना है। अब उठ जाओ हम सबको हंसना सिखाते रहो। राजू को ये रिकॉर्डिंग सुनाई गई थी।
17 अगस्त : गजोधर-संकठा के किस्से
राजू के भाई और कॉमेडियन दीपू श्रीवास्तव ने बताया कि भइया की रिकवरी स्लो थी। इसलिए भइया को परिवार के रिकॉर्डेड ऑडियो मैसेज सुनाए गए। उनको गजोधर और संकठा के किस्से भी, उनकी ही आवाज में सुनाए गए थे।
10 साल में तीन बार एंजियोप्लास्टी
राजू बीते 10 साल में तीन बार एंजियोप्लास्टी करा चुके थे। उन्होंने पहली बार 10 साल पहले मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल में और 7 साल पहले मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में एंजियोप्लास्टी कराई थी। इसके बाद बुधवार को तीसरी बार डॉक्टरों ने राजू श्रीवास्तव की एंजियोप्लास्टी की।