- एचबीटीयू ने समय से नहीं दी डिटेल इसलिए किया गया बाहर
- रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कोऑपोरेशन के सहयोग से हो रहा ट्रेनिंग प्रोग्राम
- स्टूडेंट्स और फैकल्टी के एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट के लिए हो रहा प्रोग्राम
KANPUR: लापरवाही कभी-कभी भारी पड़ती है। ताजा मामला एचबीटीयू का है। डिटेल न देने की वजह से उसे आईआईटी के स्टार्टअप प्रोग्राम से आउट कर दिया है। स्टूडेंट्स और फैकल्टी में एंटरप्रेन्योरशिप डेवलप करने के लिए यह प्रोग्राम आईआईटी की ओर से हो रहा है। रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कोऑपोरेशन (आरईसी) के सहयोग से यह स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम हो रहा है।
20 इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटीज शामिल
यूपी के 20 टेक्निकल इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटीज को लिया किया गया है। यहां के स्टूडेंट्स को एंटरप्रन्योरशिप डेवलपमेंट, प्रोटोटाइप मॉडल बनाने और कंपनी तैयार करने में सहयोग दिया जाएगा। आर्थिक मदद भी मिल सकेगी। आईआईटी के आफिसर्स ने एचबीटीयू प्रशासन से स्टूडेंट्स और फैकल्टी की संख्या और अन्य डिटेल मांगी थी, लेकिन उन्हें मुहैया नहीं कराई गई। इस पर यूनिवर्सिटी का नाम फाइनल ही नहीं हो सका। इन इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटीज में आईआईटी कानपुर का स्टार्टअप इनावेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर के विशेषज्ञ नए सिरे से उद्यमिता विकास केंद्र स्थापित करेंगे। स्टूडेंट्स और फैकल्टी को इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग दी जाएगी।
कौन-कौन शामिल
- सीएसए, कानपुर
- सीएसजेएम यूनिवर्सिटी
- गोरखपुर का मदन मोहन मालवीय टेक्निकल यूनिवर्सिटी
- बांदा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी,
- एआईटीएच
- यूपीटीटीआई
- केएनआईटी
- राजकीय इंजीनिय¨रग कॉलेज बांदा और कन्नौज व अन्य शामिल हैं।
किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है। आईआईटी के आफिसर्स से बातचीत की जाएगी।
प्रो। नरेंद्र कोहली, एचबीटीयू के डीन इनोवेशन इंक्यूबेशन