- हैंड हेल्ड डिवाइस से लैस किया जा रहा है ट्रैक मेंटीनेंस टीम को

- कंट्रोल रूम व सीनियर आफिसर को चंद सेकेंड में मिलेगी फॉल्ट की जानकारी

KANPUR। ट्रेन दुर्घटनाओं पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लिए रेलवे ट्रैक मेंटीनेंस टीम को हैंड हेल्ड डिवाइस से लैस कर रहा है। जहां एक तरफ यह डिवाइस ट्रैक में आई खामियों को बताएगा। कोई खामी मिलने पर ट्रैक मैन मामले की जानकारी चंद सेकेंड में डिवाइस के माध्यम से अपने सीनियर आफिसर के साथ-साथ कंट्रोल रूम में दे सकेगा। वहीं दूसरी ओर ट्रैक में पेट्रोलिंग व मेंटीनेंस वर्क करने के दौरान यह डिवाइस टीम को ट्रैक में आने वाली ट्रेनों के प्रति अलर्ट करेगा।

रेडियो फ्रिक्वेंसी पर आधारित

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक हैंड हेल्ड डिवाइस रेडियो फ्रिकवेंसी पर आधारित है। कानपुर समेत प्रयागराज डिवीजन के सभी टैक मेंटीनेंस टीम को इस डिवाइस से लैस किया जा रहा है। अगर पेट्रोलिंग के दौरान टीम को ट्रैक में पेट्रोलिंग के दौरान कोई फाल्ट मिलता है, तो जानकारी कंट्रोल रूम व अपने सीनियर आफिसर को दे कर ट्रेनों का संचालन बंद करा सकता है। जिससे समय रहते एक बड़ी दुर्घटना को टाला जा सकता है।

दिल्ली-हावड़ा रूट में लोड अधिक

दिल्ली-हावड़ा रूट देश के विभिन्न रूटों में सबसे व्यस्ततम रूट है। नार्मल दिनों में इस रूटों में ट्रेनों का लोड काफी होता है। इस दौरान ट्रैक मेंटीनेंस टीम को काफी परेशानी होती है। यहीं कारण है कि बार-बार वह ट्रेन की चपेट में आ जाते हैं। कुछ माह पहले की पनकी में ट्रैक मेंटीनेंस के दौरान दो रेलवे कर्मचारी ट्रेन की चपेट में आ गए थे। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इन घटनाओं को रोकने में भी यह डिवाइस कारगर है। यहीं कारण है की रेलवे सबसे पहले दिल्ली-हावड़ा रूट में तैनात ट्रैक मेंटीनेंस टीम को इस डिवाइस से लैस कर रहा है।

आंकड़े

- 300 से अधिक ट्रेनों का आवागमन नार्मल दिनों में

- 60 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का आवागमन वर्तमान में

- 3 हजार से अधिक टै्रक मेंटीनर्स को डिवाइस से लैस किया जाएगा

- 15 जोड़ी वीआईपी ट्रेनों का संचालन इस ट्रैक में होता है

पैसेंजर्स और ट्रैक मेंटीनेंस टीम की सुरक्षा को देखते हुए हैंड हेल्ड डिवाइस से टै्रक मेंटीनर्स को लैस किया जा रहा है। इससे ट्रेन दुर्घटनाओं पर भी पूरी तरह अंकुश लग सकेगा।

अमित मालवीय, पीआरओ, प्रयागराज डिवीजन