- गुरु पूर्णिमा पर पर्यावरण संरक्षण का दिया जाएगा संदेश
- शनिवार को आश्रमों में गुरु दीक्षा के आनलाइन होंगे प्रोग्राम, होगा पौधरोपण
KANPUR: गुरु पूर्णिमा इस बार वर्चुअल मनेगी। कोरोना काल को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। गुरु और शिष्य की परंपरा का सबसे पवित्र दिन पर आश्रमों में प्रोग्राम ऑनलाइन होंगे। इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी गई हैं। कोविड नियमों का पालन करते हुए सीमित संख्या में गुरु पूर्णिमा का उत्सव मनाया जाएगा। ज्यादातर आश्रमों में पौधरोपण और सामाजिक सरोकारों का संदेश आनलाइन माध्यम से देने की तैयारी चल रही है।
नारायणी महायज्ञ किया जाएगा
विकास नगर स्थित धूनी ध्यान केंद्र शकुंतला शक्तिपीठ में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर नारायणी महायज्ञ किया जाएगा। शिष्यों की उपस्थिति में संस्थापक आचार्य अमरेश मिश्रा व सुनीता मिश्रा सद्गुरू महाराज का पूजन कर महायज्ञ में संक्रमण मुक्ति समाज के लिए आहुतियां अर्पित करेंगे। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए आंवले का पौधा रोपित किया जाएगा।
महिलाएं करेंगी गुरु पूजा
हरवंश मोहाल स्थित महिला शिक्षा मंडल में गुरु पूर्णिमा के दिन महिलाओं द्वारा गुरु पूजा की जाएगी। संचालिका सीता देवी द्वारा महिलाओं को गुरु का महत्व समझाएंगी। मंडल से जुड़़ीं देशभर की महिलाएं आनलाइन गुरु पूजा करेगी। जिसका आनलाइन प्रसारण किया जाएगा।
गुरु दीक्षा का आयोजन
जाजमऊ स्थित सिद्धनाथ मंदिर में 50 वर्षों से चली आ रही गुरु-शिष्य की परंपरा का पालन किया जाएगा। बालयोगी अरुण चैतन्यपुरी महाराज सीमित शिष्यों की उपस्थिति में गुरु दीक्षा का आयोजन करेंगे। जिसका आनलाइन प्रसारण कर देशभर के भक्तों को जोड़ा जाएगा।
सामाजिक सरोकारों की दीक्षा
बिठूर स्थित सुधांशु जी आश्रम में दिल्ली से आनलाइन गुरु महाराज के कार्यक्रम का प्रसारण होगा। दंडी आश्रम में शिष्यों को सामाजिक सरोकारों की दीक्षा दी जाएगी। श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर में बाबा रमाकांत महाराज का पूजन व अभिषेक महामंडलेश्वर श्रीकृष्णदास महाराज करेंगे। आनलाइन प्रसारण कर भक्तों को जोड़ा जाएगा।