कानपुर(ब्यूरो)। नगर निगम मुख्यालय और लालइमली चौराहे के पास ग्रीनरी को बढ़ावा देने के लिए नगर निगम ने एक साल पहले वर्टिकल गार्डन बनाया था। इसको बनाने को लेकर लाखों रुपए पानी की तरह बहाया गया, लेकिन इनकी देखरेख पर न तो नगर निगम और न ही स्मार्ट सिटी ध्यान दे रहा है। जिस कारण खूबसूरती के बीच इस पर दाग लगा दिख रहा है। अब इन दोनों जगहों पर पानी न मिलने पर सैकड़ों पौधों की सांस थम गई है। जिस वजह से ये वर्टिकल गार्डन अब बेदाग लगने लगे है। वहीं, उद्यान अधीक्षक वीके सिंह ते मुतीबिक गार्डन का ध्यान दिया जाता है, लेकिन इसका जिम्मा स्मार्ट सिटी का है।

पानी देने का इंतजाम नहीं
नगर निगम मुख्यालय में ड्राइवर व स्टोर रूम नया बनाया गया था, इसी जगह को सजाने के लिए करीब तीन लाख रुपए से दीवारों के ऊपर प्लास्टिक के गमलों की सजावट से वर्टिकल गार्डन तैयार किया गया था, एक साल से ज्यादा इसे इनॉग्रेशन को हो गए है, लेकिन न तो किसी कर्मचारी और न किसी अधिकारी ने इन पौधों को पानी देने का इंतजाम किया है। जिस कारण पौधे बर्बाद होने लगे हैं।

सेल्फी प्वाइंट में वर्टिकल गार्डन
वहीं, दूसरी तरफ नगर निगम ने लालइमली चौराहे के पास सेल्फी प्वाइंट में वर्टिकल गार्डन तैयार किया था। यहां भी इन पौधों की दुर्दशा हो गई है। लगभग 2.5 लाख रुपए से तैयार किया गया वर्टिकल गार्डन पूरी तरह सूख चुका हैं, शुरूआती दिनों में यहां सेल्फी प्वाइंट जरूर था, लेकिन अब यह पूरी तरह खत्म हो चुका है।

अधिकारियों का रोजाना आना जाना
नगर निगम मुख्यालय में रोजाना सूखे वर्टिकल गार्डन के सामने से होते हुए उद्यान अधिकारी समेत दर्जनों नगर निगम अधिकारी इसको देखते हुए गुजरते हैं, बावजूद इसके पौधे सूख गए हैं, लेकिन इनकी देखरेख के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

एक नजर में
- नगर निगम मुख्यालय व लालइमली में वर्टिकल गार्डन बनवाया गया
- 5.50 लाख रुपए की लगभग लागत आई थी बनवाने में
- नगर निगम और लालइमली दोनों की जगहों के पौधे सूखे
- मुख्यालय से रोजना गुजरते हैं, सैकड़ों अधिकारी, किसी का ध्यान नहीं
- पौधों की न तो देखरेख न पानी देने की व्यवस्था की गई

&& मामले की जानकारी अभी नहीं है। जिन स्थानों पर ग्र्रीनरी की गई है। वहां पर आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी.&य&य
आरके सिंह, स्मार्ट सिटी प्रभारी