कानपुर (ब्यूरो)। करोड़ों रुपये खर्च कर बना 6 किलोमीटर का ग्रीन बेल्ट वर्तमान में दुश्वरियों से भरी हैं। विजय नगर चौराहे से कल्याणपुर पनकी रोड के बीचों बीच बनाई गई ग्रीन बेल्ट में पौधे व हरियाली की जगह कूड़ा के डंपिंग सेंटर बनाया जा रहा है। कहीं-कहीं पर उसके गेट व जालियां तक गायब हो चुकी है। 6 किमी में महज तीन पैच ऐसे मिले जिसे किन्हीं संस्था ने गोद लिया है, उन्होंने ग्रीन बेल्ट का सौंदर्यीकरण कराया है। बाकी अन्य ग्रीन बेल्ट के सौंदर्यीकरण के लिए नगर निगम को बजट और मौसम दोनों का इंतजार है।
जालियां व गेट गायब
विजय नगर से कल्याणपुर पनकी रोड तक करीब 6 किमी का ग्रीन बेल्ट रोड के बीचों बीच तैयार किया गया था। जिसमें कई मंदिर, बिजली विभाग व नगर निगम के पब्लिक टॉयलेट भी बनाए गए हैं। ग्रीन बेल्ट की बाउंड्री वॉल पर स्वच्छता व हरियाली के कई स्लोगन भी लिखे है, बावजूद ग्रीन बेल्ट के कई हिस्से किसी कूड़ा डंपिंग सेंटर से कम नजर नहीं आते है। खासतौर पर डबलपुलिया से कल्याणपुर पनकी रोड पर जाने वाली ग्रीन बेल्ट में कई ऐसे प्वाइंट है जहां सुरक्षा के लिए लगाई गई जालियां व गेट तक गायब हो चुके है। आस-पास के लोगों ने वहां कूड़ा घर बना लिया है।
पूरे एरिया में मात्र तीन पैच लिए गए गोद
6 किमी के पूरे ग्रीन बेल्ट में मात्र तीन पैच ऐसे जिन्हें किसी संस्थान ने गोद लिया है। जिसमें दो स्कूल व एक मंदिर है। करीब 20-30 मीटर के यह पैच न केवल देखने में खूबसूरत लगते बल्कि संस्थान ने उनका सौंदर्यीकरण भी कराया गया। बच्चों के लिए झूले के साथ ओपन जिम भी बनाया गया है।
ग्रीन बेल्ट के गोद लेने की प्रक्रिया
पांच सौ रुपये का नगर निगम के उद्यान विभाग के नाम पर डीडी जमा करनी होती है
तीन सदस्यीय टीम जिसमें अपर नगर आयुक्त, उद्यान विभाग के प्रभारी व स्थानीय पार्षद की कमेटी स्वीकृति देती है
आगे के सालों के लिए रिन्यूवल फ्री ऑफ कास्ट किया जाता है
मेनटेन न कराने पर कैंसिल हो सकता एग्रीमेंट
उद्यान विभाग के प्रभारी डॉ। वीके सिंह ने बताया कि ग्रीन बेल्ट में अभी तक तीन पैच अलग-अलग संस्थानों ने गोद लिया है। कुछ समय पहले एक और संस्थान ने ग्रीन बेल्ट को गोद लिया था लेकिन मेन्टीनेंस न कराने पर रिपोर्ट के आधार पर उस संस्थान के करार को रद्द कर दिया गया और आगे उसका रिन्यूवल नहीं किया गया।