-डीएफसी व दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनों की रफ्तार में ब्रेकर नहीं बनेंगी रूरा और झींझक क्रॉसिंग
- सेतु निगम 75 करोड़ से बनायगा यह दोनों आरओबी, यूपी गवर्नमेंट ने पास किया बजट
KANPUR। दिल्ली-हावड़ा रूट को हाई स्पीड रूट बनाने के बीच आने वाले हर ब्रेकर को लगातार रेलवे खत्म कर रहा है। इसके चलते रेलवे ने झींझक व रूरा रेलवे क्रासिंग पर आरओबी बनाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए यूपी गवर्नमेंट ने 75 करोड़ रुपए का बजट भी पास कर दिया है। झींझक रेलवे क्रासिंग (सिकंदरा-झींझक मार्ग) व रूरा रेलवे क्रासिंग (शिवली-अकबरपुर मार्ग) में आरओबी का निर्माण ब्रिज कारपोरेशन करेगा। आफिसर्स के मुताबिक एक-दो माह में दोनों आरओबी का निर्माण शुरु हो जाएगा।
डीएफसी भी शुरू होना है
दिल्ली-हावड़ा रेल रूट में वर्तमान में डेढ़ गुना ट्रैफिक लोड है। वहीं एक-दो साल में डीएफसी (डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर) लाइन शुरू होने पर गुड्स ट्रेन का भी लोड बढ़ जाएगा। इस कंडीशन में दोनों की रेलवे क्रासिंग में भयंकर जाम लगेगा। रेल की रफ्तार के आगे कोई यह रेलवे क्रासिंग ब्रेकर न बने। इस लिए रेलवे ने यहां पर आरओबी बनाने का डिसीजन लिया है।
75 करोड़ से बनेंगे दो आरओबी
सेतु निगम आफिसर्स के मुताबिक सिकंदरा-झींझक मार्ग पर झींझक रेलवे क्रासिंग व शिवली-अकबरपुर मार्ग पर रूरा रेलवे क्रासिंग के लिए आरओबी पास हुआ है। जिसमें झींझक आरओबी के लिए लगभग 40 करोड़ रुपए व रूरा रेलवे क्रासिंग के लिए लगभग 35 करोड़ रुपए पास हुआ है। इंजीनियर्स के मुताबिक दोनों आरओबी की लंबाई 700 मीटर व चौड़ाई 7.50 मीटर होगी।
करबिगवां आरओबी लगभग पूरा
सेतु निगम इंजीनियर्स के मुताबिक सरसौल करबिगवां में जहानाबाद मार्ग पर बन रहे आरओबी का काम 80 फीसदी पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि यहां अभी रेलवे ने अपना हिस्सा नहीं बनाया है। जबकि यूपी सरकार ने आरओबी का अपने हिस्से का वर्क लगभग 80 प्रतिशत पूरा कर लिया है। इस वर्ष के अंत तक यह आरओबी शुरू होने की संभावना है।
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एक नजर में
40 करोड़ में झींझक में आरओबी बनेगा
35 करोड़ रुपए में रूरा में आरओबी बनेगा
700 मीटर आरओबी की लंबाई होगी
7.50 मीटर आरओबी की चौड़ाई होगी
94 'बी' डीएफसी परियोजना के तहत यह काम होगा
80 प्रतिशत काम करबिगवां आरओबी का पूरा हो चुका
'' दिल्ली-हावड़ा रूट को हाई स्पीड रूट बनाने व ट्रेनों की रफ्तार में ब्रेकर बनने वाली अति व्यस्त रेलवे क्रासिंग पर आरओबी व सब-वे बनाया जा रहा है। जिसमें दो आरओबी कानपुर सर्किल में भी बनेंगे।
अजीत कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनसीआर