कानपुर (ब्यूरो) हादसे के लाइव वीडियो में दिख रहा है कि मोहल्ले के बच्चे खेल रहे हैं। धूप निकली होने की वजह से बाउंड्रीवॉल के किनारे बैठ कर 60 साल की नानी कृष्णा धूप सेंक रही थीं। बाउंड्रीवॉल से लगे गेट पर उनका 7 साल का नाती कुनाल झूल रहा था। जिस दीवार के गेट पर बच्चा झूल रहा था, वह 10 फीट लंबी थी। इसी बीच दीवार ढह गई। यह हादसा होने में सिर्फ 5 सेकंड का वक्त लगा। कुनाल गेट पर कई बार झूलने के लिए चढ़ा। लेकिन हर बार उतर गया.आखिरी बार वह बच्चों के साथ खेलते हुए गेट पर चढ़ कर झूलने लगा। करीब 5 सेकेंड तक कुनाल गेट पर झूलता रहा। इसके चलते जर्जर दीवार रोड की तरफ ढह गई।
दीवार में नहीं था कोई पिलर
नगर निगम के अधिकारी भी जांच करने के लिए पहुंचे। जोनल अधिकारी-5 राधेश्याम पटेल ने बताया कि करीब 9 फीट ऊंची दीवार बनाने के बाद भी दीवार में कोई पिलर नहीं बनाया गया था। इसके अलावा घर की बाउंड्री में नीम का पेड़ था, जिसकी वजह से भी दीवार के अंदर सीलन बनी हुई थी। जो चटक गई थी। बच्चे के अत्यधिक जोर लगाने से दीवार धराशायी हो गई।
3 दिन पहले आया था परिवार
मृतका कृष्णा का नाती कुनाल अपने पिता सुरेश और मां दीपा के साथ 3 दिन पहले ही कानपुर आया था। वह अपने नानी के घर ही रह रहा था। सुरेश बहेटा में फेरी लगाने का काम करता है। मां और बेटे को एक साथ खो देने से दीपा का रो-रोकर बुरा हाल है।
किस्मत से बच गईं तीन जानें
कृष्णा देवी लोगों के घरों में चौका बर्तन करती थीं। पति की पूर्व में ही मौत हो चुकी है। वह अपने तीन बेटों नगीना, पंकज, सबनाम, बेटी दीपा, दामाद सुरेश व उनके तीन बच्चों 12 साल का आर्यन, 10 साल का शैलेंद्र व कुनाल के साथ रहती थीं। हादसे के वक्त तीनों बेटे और दामाद काम पर गए थे। 3 दिन पहले दामाद और बेटी दीपा कानपुर पहुंचे थे। दीपा अपने तीनों बच्चों के साथ हादसे के कुछ देर पहले इसी दीवार के पास ही मौजूद थी। लोगों ने बताया कि दीपा, आर्यन व शैलेंद्र के साथ जैसे ही घर के अंदर गई, तभी हादसा हो गया। लोगों में किस्मत से तीनों की जान बच जाने की चर्चा रही।