- पालीटेक्निक इंस्टीट्यूट्स की हालत सुधारने के लिए की जाएगी ग्रे¨डग, नए सेशन से लागू होगी व्यवस्था
KANPUR: क्वॉलिटी एजूकेशन देने के लिए अब पालीटेक्निक इंस्टीट्यूट्स की भी ग्रे¨डग की जाएगी। ग्रेडिंग करने के बाद उनकी लिस्ट तैयार की जाएगी। जिससे स्टूडेंट्स एडमिशन से पहले यह देख सकेंगे कि कौन सा संस्थान बेहतर है और कहां का प्लेसमेंट रिकॉर्ड अच्छा है। कहां एडवांस वर्कशाप की सुविधा है और किस इंस्टीट्यूट की फैकल्टी अच्छी है। यह व्यवस्था प्राविधिक शिक्षा निदेशालय नए सत्र से लागू करने की तैयारी में है। ग्रे¨डग सिस्टम निदेशालय की वेबसाइट पर अपलोड ि1कया जाएगा।
करना होगा बेहतर प्रदर्शन
नई शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रदेश की पालीटेक्निक की स्थिति सुधारने की कवायद शुरू हो गई है। उन्हें भी अन्य तकनीकी संस्थानों की तरह बढि़या प्रदर्शन करना होगा। मौजूदा समय में पालीटेक्निक में कोई ग्रे¨डग सिस्टम नहीं है। स्टूडेंट ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम और ट्रेड की खाली सीटों के हिसाब से एडमिशन लेते हैं। जबकि ग्रे¨डग सिस्टम से उन्हें संस्थान की पूरी जानकारी हासिल हो सकेगी।
ग्रेडिंग देखकर एडमिशन
इस व्यवस्था से फैकल्टी को भी बेहतर प्रदर्शन करना होगा। छात्रों के पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, एंटरप्रेन्योशिप स्किल्स बढ़ाने पर फोकस करना पड़ेगा। नेशनल लेवल के कॉम्पटीशन और सेमिनार में पार्टिसिपेशन के लिए आगे आना पड़ेगा। प्राविधिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि ग्रे¨डग सिस्टम से इंस्टीट्यूट में सुधार आएगा। छात्र इंफ्रास्ट्रक्चर, पढ़ाई, शोध, मशीनों, प्लेसमेंट, कंप्यूटर लैब, वर्कशॉप आदि के बारे में जानकारी के बाद एडमिशन का डिसिजन लेंगे।